बिहार के भागलपुर में अपराधियों ने सरेबाज़ार एक महिला के कई अंगों को काट कर उसे मौत के घाट उतार डाला। लेकिन इस अपराध को जिस तरह अंजाम दिया गया, उससे हर कोई सकते में नज़र आया। बताया गया कि महिला पीरपैंती बाजार से पैदल लौट रही थी, तभी घात लगाए आरोपियों ने चॉपर से महिला पर हमला कर दिया। उसके हाथ, पैर, कान तो काटे ही… साथ ही उसकी छाती और पीठ पर भी धारदार हथियार से कई वार किए। कई अंग कटने से बुरी तरह लहूलुहान महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। हमले के बाद घायल महिला को आसपास के लोगों ने रेफरल अस्पताल पहुंचाया। जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे मायागंज के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। हालांकि इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
पैसों के लिए दरिंदा बना आरोपी शकील मियां
जानकारी के मुताबिक हमले की ताक में बैठे अपराधियों ने चॉपर को गमछे में छुपा रखा था, और हत्याकांड को अंजाम देने के बाद जल्दबाजी में वो गमछा और चप्पल मौक़े पर ही छोड़कर भाग गए। हालांकि अस्पताल में महिला ने भी हमलावरों के नाम बताए, जिसके आधार पर पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दावा किया कि पैसों के लेन-देन को लेकर शुरू हुआ झगड़ा जानलेवा हमले में बदल गया। दरअसल, पीड़ित और आरोपी के परिवार एक ही जगह रहते थे और दोनों परिवारों में घनिष्ठ संबंध हुआ करता था। जांच के दौरान पता चला कि..
- पीड़ित पक्ष ने बेटी की शादी के लिए मुख्य आरोपी शकील मियां से कुछ पैसे लिए थे।
- आरोपियों ने कुछ समय पहले पैसे लौटाने के लिए दबाव बनाना शुरू किया
- लेकिन जब पीड़ित पक्ष ने इस वक़्त पैसे लौटा पाने की हालत नहीं बताई तो झगड़ा शुरू हो गया।
- झगड़े के बाद जब पीड़ित पक्ष ने आरोपियों को अपने घर आने से मना कर दिया तो नौबत बर्बर हत्याकांड तक पहुंच गई।
इस हत्याकांड के बाद इलाक़े में दहशत का माहौल है। हालांकि, पुलिस ने मुख्य आरोपी शकील मियां सहित बाकी के आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। सभी को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है। मुख्य आरोपी शकील मियां को लक्ष्मीपुर भोरंग बगीचे से और उसके सहयोगी जुद्दिन मियां को उसके घर से पुलिस ने धर दबोचा। जबकि, भागलपुर के एसएसपी बाबूराम ने लोगों से शांति और सौहाद्र बनाकर रखने की अपील की है।