वो अपना सिर्फ दसवां वनडे खेल रहे थे। वो भी केवल इसलिए कि रोहित शर्मा को चोट के कारण बांग्लादेश का दौरा बीच में ही छोड़ना पड़ा। लेकिन, इस मौके को ईशान किशन (Ishan Kishan) ने ऐतिहासिक मौका बना दिया। ईशान किशन ने वनडे क्रिकेट का नौवां दोहरा शतक लगा दिया। वो दोहरा शतक जो वनडे में इससे पहले केवल छह बल्लेबाज जमा पाए थे। यही नहीं उन्होंने वनडे क्रिकेट की सबसे तेज़ डबल सेंचुरी ठोकने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
… जब बांग्लादेशी बॉलर्स बोले, अब बख्श भी दो ईशान !
बांग्लादेश से सीरीज़ गंवा चुकी टीम इंडिया के लिए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में जीत दर्ज करना बेहद ज़रूरी था। बांग्लादेश को क्लीन स्विप करने से रोकना ज़रूरी था। लेकिन, बांग्लादेश ने टॉस जीत लिया और भारत को पहले बल्लेबाज़ी का निमंत्रण दिया। भारत को मैच जीतने के लिए एक विशालकाय स्कोर की जरूरती थी, क्योंकि दो मुकाबले जीतने वाले बांग्लादेश के हौंसले सातवें आसमान पर थे। लिहाज़ा, शिखर धवन के साथ ओपनिंग करने उतरे ईशान किशन। लेकिन, भारत के 15 रन के स्कोर पर ही शिखर तीन रनों का योगदान देकर पवेलियन लौट गए। अब क्रीज़ पर मौजूद थे विराट कोहली और ईशान किशन। दोनों ने बांग्लादेशी गेंदबाज़ों की ख़बर लेनी शुरु की। मुस्तफिज़ुर, टसकिन, मेहिदी हसन, जो भी आया उसकी धुनाई हुई। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ईशान किशन ने तो बांग्लादेशी बॉलर्स की खाल उधेड़ दी। उन्होंने 131 गेंदों पर 210 रन बनाए। जिसमें 24 चौके और 10 छक्के शामिल थे। गौर करने वाली बात ये कि ईशान किशन ने महज़ 126 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ दिया, और सबसे तेज़ डबल सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। यही नहीं उनकी और कोहली की धमाकेदार पारियों की बदौलत भारत ने आखिरी मैच में 227 रनों से जीत हासिल कर सीरीज़ को 2-1 पर ख़त्म किया।
सहवाग और शास्त्री हुए ईशान के मुरीद, वेंकटेश बोले…’ऐसे की जाती है बैटिंग’
ईशान की धुआंधार बल्लेबाज़ी देखकर भारतीय क्रिकेट के दिग्गज भी फूले नहीं समाए। वेस्टइंडीज़ के खिलाफ दिसंबर 2011 में डबल सेंचुरी जड़ने वाले वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर कहा कि बल्लेबाज़ी करने का यही तरीका है। यही वो अप्रोच है जिसकी टीम इंडिया के ज़रूरत है।
बांग्लादेश के खिलाफ दूसर वनडे मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम की आलोचना करने और टीम में बदलाव की सलाह देने वाले वेंकटेश प्रसाद ने भी ईशान किशन की जमकर तारीफ़ की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत को इसी तरह बल्लेबाज़ी करनी चाहिए। भले ही हर बार ऐसा ना हो, लेकिन सोच इसी तरह की होनी चाहिए।
टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी ईशान की तारीफ में कसीदे पढ़े। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एक युवा क्रिकेटर को इस तरह की धुआंधार पारी खेलते हुए देखना सुखद आनंद है। अगर मौका मिले तो उसे कैसे भुनाना है, ईशान की पारी से सीखना चाहिए
2015 की वो पारी जिससे मिली ईशान को पहचान !
वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज़ डबल सेंचुरी जड़ने वाले उसी झारखंड की टीम से खेले हैं जिससे कभी भारत के दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खेला करते थे। बांग्लादेश में हुए 2016 अंडर-19 विश्व कप में ईशान ने ही भारतीय टीम का नेतृत्व किया। हालांकि, फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया वेस्ट इंडीज़ के हाथों हार गई थी। ईशान किशन चयनकर्ताओं की नज़र में तब आए थे जब सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के मुकाबल में उन्होंने ताबड़तोड़ 8 छक्के जड़ते हुए 87 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने 18 जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था। हालांकि, इसके बाद टीम से अंदर बाहर होते रहे। लेकिन, अब जिस तरह की पारी उन्होंने खेली है, उससे कहीं ना कहीं टीम में उनकी जगह बन सकती है। वैसे भी ईशान बल्लेबाज़ी के साथ विकेटकीपिंग भी करते हैं।
वनडे क्रिकेट में अबतक कितने दोहरे शतक ?
- रोहित शर्मा – 264 (उच्चतम) – साल 2014 Vs श्रीलंका
- मार्टिन गप्टिल – 237* – साल 2015 Vs वेस्ट इंडीज़
- अमेलिया केर – 232* – साल 2018 Vs आयरलैंड
- वीरेंद्र सहवाग – 219 – साल 2011 Vs वेस्ट इंडीज़
- क्रिस गेल – 215 – साल 2015 Vs ज़िम्बाब्वे
- फ़ख़र ज़मान – 210* – साल 2018 Vs ज़िम्बाब्वे
- रोहित शर्मा – 209 – साल 2013 Vs ऑस्ट्रेलिया
- रोहित शर्मा – 208* – साल 2017 Vs श्रीलंका
- सचिन तेंदुलकर – 200* – साल 2010 Vs द. अफ्रीका (पहली डबल सेंचुरी)