अगर अमेरिका (America) ना होता तो रूस और यूक्रेन के बीच परमाणु युद्ध (Nuclear War) छिड़ गया होता। अगर अमेरिका ना होता तो रूस इतने बम बरसाता की यूक्रेन (Ukrain) का पूरी की पूरी आबाद मौत के मुंह में चली जाती। आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कर रहे हैं। अमेरिका (America) ने ऐसा क्या कर दिया कि दुनिया तबाह होते-होते बच गई।

दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) से जुड़े कुछ दस्तावेज़ लीक (Document Leak) हुए हैं। इन दस्तावेज़ों से पता चलता है कि यूक्रेन रूस की राजधानी पर मॉस्को (Moscow) पर हमले की योजना बना रहा था। वॉशिंगटन पोस्ट अखबार ने यूक्रेन के हमलों की योजना का खुलासा किया है। अखबार ने खुफिया दस्तावेजों के आधार पर बताया है कि…
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ युद्ध शुरू होने के एक साल पूरे होने पर मास्को पर बड़ा हमला करने का प्लान बनाया था।
- यूक्रेन के खुफिया इकाई के चीफ मेजर जनरल कारयलो बुदानोव ने मॉस्को पर हमले की रूपरेखा तैयार की थी।
- मास्को के अलावा यूक्रेनी खुफिया अधिकारी BLACK SEA में नोवोरोसियस्क बंदरगाह को भी तबाह करना चाहते थे।
- यू्क्रेन के अधिकारियों की इस योजना से अमेरिका सतर्क हो गया और उसने यूक्रेन को ऐसा ना करने की सलाह दी।
- अमेरिका ने परमाणु युद्ध शुरु होने की बात कही, जिसके बाद जेलेंस्की को अपनी इस खतरनाक योजना से हाथ खींचने पड़े।

मॉस्को पर पहले भी हमला कर चुका है यूक्रेन ?
वैसे यूक्रेन के ड्रोन रूस की राजधानी के पास तक पहुंच चुके हैं। यही नहीं मॉस्को के पास शॉपिंग मॉल और बिजली संयंत्रों पर हुए हमले के लिए भी यूक्रेन पर शक जताया जा रहा है। वहीं यूक्रेन युद्ध को लेकर हुआ ये खुलासा ऐसे समय पर सामने आया है, जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के करीबी दमित्री मेदवदेव (Dmitry Medvedev) लगातार परमाणु युद्ध की धमकी दे रहे हैं। मेदवदेव ने कहा है कि दुनिया एक नए विश्वयुद्ध की कगार पर पहुंच गई है।