बसंत पंचमी के दिन देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया गया। दिल्ली में कर्तव्यपथ पर हजारों लोग उस परेड का हिस्सा बने जो पूरी दुनिया में विख्यात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपबल्कि डे परेड के चीफ गेस्ट मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी की अगवानी की और खुद उन्हें सलामी मंच तक लेकर गए। राष्ट्रगान के साथ 21 स्वदेशी तोपों की सलामी ने माहौल को जोश-ओ-खरोश से भर दिया। सेना की अलग-अलग टुकड़ियों ने परेड में शिरकत की। जबकि, स्वेदशी यानि मेड इन इंडिया हथियारों की धमक भी दिखी। अर्जुन टैंक से लेकर नाग मिसाइल सिस्टम, और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल से लेकर K-9 वज्र टैंकों ने कर्तव्यपथ पर भारत की सैन्य शक्ति का मुज़ाहिरा पेश किया। फ्लाइपास्ट में वायुसेना के जगुआर, राफेल और सुखोई लड़ाकू विमानों ने भी अलग-अलग फॉर्मेशन में अपनी ताकत दिखाई। जबकि, सेना के डेयरडेविल्स यानि मोटरसाइकल राइडर्स ने अपने करतबों से लोगों का मनोरंजन किया। हवलदार सुजीत मंडल 18 फीट ऊंची सीढ़ी पर खड़े होकर बाइक चलाते नज़र आए, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था। परेड में नारी शक्ति की झलक भी दिखी। बाइक पर महिला सैनिक ने अपनी कलाबाज़ी दिखाई, तो वहीं सेना की अलग-अलग टुकड़ियों में महिला जवान पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती नज़र आईं।

रिपब्लिक डे परेड की खास बातें
- परेड में पहली बार भारतीय तोपों ने सलामी दी, जबकि इससे पहले ब्रिटेन में बनी तोपों से सलामी दी जाती थी
- एयर डिफेंस मिसाइल रेजिमेंट की ओर से आकाश वेपन सिस्टम को लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने लीड किया
- नौसेना की टुकड़ी के 144 सेलर्स का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने किया
- 3 महिला और 6 पुरुष अग्निवीर पहली बार कर्तव्य पथ पर नजर आए
- सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की पूरी टुकड़ी में केवल महिलाएं थीं
- BSF की ऊंट रेजीमेंट में पहली बार किसी महिला ऑफिसर को परेड में शामिल किया गया
- डेयर डेविल्स यानि मोटरसाइकल राइडर्स ने कर्तव्य पथ पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया
- आर्मी, नेवी और एयर फोर्स के 50 एयरक्राफ्ट्स ने फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया




उत्तर प्रदेश की ‘श्री राम झांकी’ ने किया मंत्रमुग्ध
74वें गणतंत्र दिवस परेड के बाद अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकाली गईं। उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की झांकी ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और वो तालियां बजाते दिखे। उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या नगरी दिखाई गई। झांकी में गुरु ऋषि वशिष्ठ की एक विशाल प्रतिमा अगले हिस्से में रखी गई थी, जबकि रथ पर भगवान राम, मां सीता के साथ लक्ष्मण बैठे नजर आए। ये दूसरा मौका था जब यूपी झांकी की थीम में अयोध्या को शामिल किया गया। जम्मू-कश्मीर की झांकी में बाबा बर्फानी यानि अमरनाथ को दिखाया गया। झांकी के पीछे की तरफ गुलमर्ग के एक रिसॉर्ट में एक आदमी को स्कीइंग करते हुए दिखाया गया जबकि किनारों की तरफ पर ट्यूलिप के पौधे दिखाए गए। दोनों ही घाटी के मुख्य आकर्षण हैं। इस झांकी में नए कश्मीर का अक्स दिखाने की कोशिश की गई जो विकासपथ पर तेज़ी से आगे बढ़ रही है और आतंकवाद रूपी बाधाओं को खारिज करती जा रही है।

पीएम मोदी की पगड़ी और श्रमिकों का सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान की बंधेज पगड़ी में नजर आए जो की पीले और केसरिया रंग की थी। जबकि वॉर मेमोरियल में पीएम मोदी नेवी स्टाइल में सैल्यूट करते भी नज़र आए क्योंकि नेवी का फ्लैग बदले जाने के बाद नौसेना गणतंत्र दिवस परेड में नए ध्वज के साथ शिरकत कर रही थी। परेड खत्म होने के बाद पीएम मोदी सबसे पहले नए संसद भवन को बनाने वाले मजदूरों से मिले। इस दौरान पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर मजदूरों का अभिवादन किया, जबकि देश के प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर मज़दूर भी अभिभूत नज़र आए।