बहुप्रतीक्षित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से पहले पाकिस्तान के थल सेनाध्यक्ष (COAS) जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) अपने कथित सदाबहार मित्र चीन (China) के दर पर पहुंच गए। पाकिस्तान (Pakistan) के अंग्रेजी अखबार द डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के सेना प्रमुख बीजिंग (Beijing) के साथ द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को बढ़ाने के उद्देश्य से चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर देश से रवाना हुए हैं। लेकिन, विशेष रूप से ये यात्रा जिसे इस्लामाबाद ने महत्वपूर्ण करार दिया, वो ऐसे समय में हो रही है जब भारत 27 -28 अप्रैल से एससीओ शिखर सम्मेलन 2023 की मेजबानी करने करने जा रहा है। अब सवाल ये उठता है कि चीन दौरे पर क्या करने गए हैं असीम मुनीर।
पहली संभावना - चीन से आर्थिक मदद मांगेंगे क्योंकि IMF बेलआउट पैकेज नहीं दे रहा दूसरी संभावना - नाराज़ चीन को मनाएंगे जो पाकिस्तानी कट्टरपंथियों से परेशान है तीसरी संभावना - चीन से हाल ही में बंद की गई परियोजनाओं को दोबारा शुरु करने की अपील करेंगे चौथी संभावना - भारत के खिलाफ चीन के साथ मिलकर साज़िश रचने की कोशिश करेंगे पांचवीं संभावना - चीन, रूस और ईरान की नई बन रही तिकड़ी में शामिल होने की कोशिश करेंगे
SCO को दरकिनार कर चीन दौरे पर गए पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार ये अभी तक तय नहीं हुआ है कि असीम मुनीर दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेंगे या नहीं, लेकिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने निर्धारित बैठक में भाग लेने के लिए हामी भर चुके हैं। इससे पहले उम्मीद की जा रही थी कि आसिफ SCO शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल होंगे। नकदी संकट से जूझता पाकिस्तान SCO से कन्नी काटने की कोशिश कर रहा है, जबकि चीन और रूस भी इस सप्ताह नई दिल्ली में होंगे। गौरतलब है कि एससीओ 2001 में शंघाई में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है। एससीओ में वर्तमान में आठ सदस्य देश (चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान) शामिल हैं। जबकि चार पर्यवेक्षक देश पूर्ण रूप से शामिल होने के इच्छुक हैं।
LoC पर संघर्षविराम को लेकर पाकिस्तानी सेना ने फिर खेला माइंडगेम, भारत पर लगाया ये आरोप
पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को कहा कि 2021 में भारत के साथ संघर्षविराम समझौता बहाल होने के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) पर स्थिति अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण बनी हुई है। पिछले साल दिसंबर में कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ ने आतंकवाद के खतरे और नकदी की तंगी वाले देश के सामने आने वाले अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में भी बात की। हालांकि, मेजर जनरल शरीफ ने ये भी आरोप लगाया कि भारत ने 2023 में एलओसी पर 56 संघर्षविराम उल्लंघन किए, जिनमें हवाई क्षेत्र के तीन उल्लंघन, सट्टा फायरिंग की 22 घटनाएं, छह संघर्ष विराम उल्लंघन और 25 तकनीकी हवाई क्षेत्र उल्लंघन शामिल हैं।
अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के नई दिल्ली के फैसले के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कम कर दिया था और व्यापार संबंधों को तोड़ दिया था। फरवरी 2021 में दोनों पक्षों ने अत्यधिक अस्थिर एलओसी पर संघर्ष विराम समझौते को बहाल किया। हालांकि, अभी हाल ही में पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर का उल्लंघन किया गया था। लेकिन भारतीय सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की फौज को अपनी बंदूकों का मुंह बंद करना पड़ा।