पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शहबाज़ सरकार और सेना पर नए सिरे से चुनाव कराने को लेकर लगातार दबाव बना रहे हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के लीडर और इमरान ख़ान के करीबी नेता फवाद चौधरी ने एक बार फिर कहा है कि उनकी पार्टी के सदस्य विधानसभाओं से इस्तीफा देने में देर नहीं लगाएंगे। यही नहीं फवाद चौधरी की मानें तो इमरान ने अपने नेताओं, सांसदों, विधायकों को चुनाव की तैयारियां करने की हिदायत भी दी है। फवाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जल्द ही चुनाव होंगे और एक बार फिर उनकी सरकार चुनकर आएगी।
जबकि, इमरान खान की पार्टी PTI की सहयोगी अवामी मुस्लिम लीग के चीफ शेख रशीद ने ट्विट कर कहा कि, 30 दिसंबर तक इमरान ख़ान को चुनावों की तारीख मिल जाएगी, वरना सारी एसेंबलीज़ को भंग कर दिया जाएगा। इमरान ने शुक्रवार को अपने जमां पार्क स्थित आवास से वीडियो लिंक के ज़रिए खैबर पख़्तूनख्वा (KP) विधानसभा के विधायकों से बात करते हुए कहा था कि वो “इस महीने पंजाब और केपी विधानसभाओं को भंग करने और पाकिस्तान के 66 प्रतिशत हिस्से को चुनाव में ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं”। हालांकि, इसके जवाब में पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने एक ट्वीट किया जिसमें ‘अक्टूबर 2023’ की मांग के साथ एक न्यूज टिकर का स्क्रीनशॉट था।
पाकिस्तान की सरकार ने इमरान ख़ान से कहा, सुधर जाओ..वरना सुधार देंगे !
इमरान लगातार पाकिस्तान की सरकार और सेना पर चुनाव कराने के लिए प्रेशर डाल रहे हैं। लेकिन, पाकिस्तान की सरकार ने साफ कर दिया है कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला। पाकिस्तान के मौजूदा गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि, इमरान खान सरकार को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस कोशिश में वो कामयाब नहीं हो पाएंगे। राणा सनाउल्लाह ने कहा कि..
- ”इमरान खान ने सत्ता प्रतिष्ठान को उनके लिए समय से पहले चुनाव कराने के लिए मजबूर करने के लिए धमकियां और गालियां दी थीं। लेकिन असफल रहे। तीसरी ताकत यानि सेना ने स्पष्ट रूप से घोषणा कर दी है कि वो गैर-राजनीतिक हो गई है, और सेना अपने फैसले पर कायम है। इमरान खान तीसरी ताकत यानि सेना का दखल चाहते हैं, लेकिन उन्हें निराशा होगी।”
राणा सनाउल्लाह ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ (PML-N) अपने रुख पर कायम है। सरकार में बड़े भाई और सबसे किरदार अदा कर रही PML(N) वक्त से पहले चुनाव नहीं कराना चाहती। चुनाव अगस्त 2023 से पहले नहीं होंगे इस बाबत भी पार्टी ने एक बार फिर से अपनी बात सबके सामने रख दी है। हालांकि, इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ ने सहयोगी पार्टियों के नेताओं के साथ एक मीटिंग की। राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इस मीटिंग के बाद फैसला हुआ कि चुनाव तय वक्त पर ही होंगे। यही नहीं सहयोगी पार्टियों के ज़्यादातर नेता इमरान ख़ान के साथ टेबल पर बैठकर बात करने को भी तैयार नहीं है। पाकिस्तान के रेल मंत्री साद रफ़िक ने कहा कि..
- ”गठबंधन के कुछ सहयोगियों को पीटीआई के साथ बातचीत में शामिल होने पर गंभीर आपत्ति है। वो पीटीआई के चेहरा बचाने की कोशिश का कड़ा विरोध करते हैं। हालांकि, एक समाधान अक्सर बातचीत के माध्यम से आता है, लेकिन इसके लिए इमरान खान को पहले अपनी गंभीरता दिखाने के लिए गठबंधन को गालियां देना बंद करना चाहिए।”