फुटबॉल विश्व कप के फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना (Argentina) ने फ्रांस (France) को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर 36 साल बाद विश्व कप जीत लिया। अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 के बाद अब तीसरी बार खिताब को अपने नाम कर लिया। जबकि, फ्रांस का लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना अधूरा रहा गया। फ्रांस 2018 में चैंपियन बना था। पहले निर्धारित 90 मिनट तक मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में मैच पहुंच गया था। जिसमें लियोनल मेसी ने एक गोल कर अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया। लेकिन किलियन एम्बाप्पे बड़ा उलटफेर करने के मूडे में थे। उन्होंने मैच के 117वें मिनट में गोल कर फ्रांस को 3-3 की बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट हुआ, जिसमें एम्बाप्पे ने पहला गोल कर दिया। अर्जेंटीना की ओर से मेसी ने भी पहला गोल कर दिया। लेकिन, इसके बाद फ्रांस दो गोल मारने में नाकाम रहा, जबकि अर्जेंटीना ने 4 गोल दाग कर मैच अपने नाम कर लिया। विश्व कप इतिहास में तीसरी बार चैंपियन का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। 1994 में ब्राजील और 2006 में इटली ने पेनल्टी शूटआउट में मैच जीता था। संयोग की बात है कि इटली ने भी फ्रांस को ही हराया था।
एम्बाप्पे का खेल देख मेसी की भी सांसे अटक गईं !
अर्जेंटीना की टीम फाइनल मुकाबले में फ्रांस के खिलाफ हाफ टाइम तक 2-0 से आगे रही। लियोनल मेसी ने टीम के लिए पहला और एंजेल डी मारिया ने दूसरा गोल किया। लेकिन, फ्रांस ने मैच में वापसी किया और लगातार दो गोल दाग कर मुकाबले को बराबरी पर ला खड़ा किया। फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे ने 80वें मिनट में पेनल्टी पर पहला गोल किया। जबकि, उन्होंने अगले ही मिनट में दूसरा गोल कर मैच को बराबरी पर ला दिया। इसके बाद एक्सट्रा टाइम के दूसरे हाफ तक मुकाबला बराबरी रहा। लेकिन, अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी ने एक्स्ट्रा टाइम के दूसरे हाफ की आखिरी क्षणों में शानदार गोल किया। उन्होंने 108वें मिनट में गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया। ऐसा लगने लगा था कि मैच अब अर्जेंटीना की मुट्ठी में है। लेकिन, तभी फ्रांस को पेनल्टी मिल गई। किलियन एम्बाप्पे ने 118वें मिनट में पेनल्टी पर गोल कर फ्रांस को मैच में वापस ला दिया और स्कोर 3-3 की बराबरी पर पहुंच गया। इसके बाद दोनों टीमें एक्सट्रा टाइम के दूसरे हाफ का खेल ख़त्म होने तक कोई गोल नहीं कर पाईं, जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट से मैच का फैसला हुआ। जिसमें अर्जेंटीना के गोंजालो मोंटिएल ने आखिरी गोल दागकर अर्जेंटीना को 36 साल बाद FIFA WORLD CUP का चैंपियन बना दिया। लियोनल मेसी (Lionel Messi) को गोल्डन बॉल अवार्ड मिला, जबकि फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे (Kylian Mbappe) को गोल्डन बूट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
मेसी ने वर्ल्ड कप में दो रिकॉर्ड किए अपने नाम
लियोनल मेसी का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा हो गया। यही नहीं अपना अखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे लियोनल मेसी ने दो रिकॉर्ड भी अपने नाम कर डाले। वो फुटबॉल वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा मैच खेलने वाले प्लेयर बन गए। जबकि, फ्रांस के खिलाफ पहला गोल मारते ही वो पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए जिसने ग्रुप स्टेज से लेकर फाइनल तक में गोल मारा है। लियोनल मेसी ने 2006 से 2022 तक कुल 26 विश्व कप मुकाबले खेले हैं। मेसी का ये पांचवां वर्ल्ड कप था। उन्होंने 2006 में फीफा वर्ल्ड कप में डेब्यू किया था, और तब से लेकर अब तक 26 मैच खेल चुके हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी 5 वर्ल्ड कप खेल चुके हैं। लेकिन, उनके नाम सिर्फ 22 मैच ही हैं।