उत्तराखंड में भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने के खिलाफ युवाओं का प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया जब प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हो गई और उन पर पथराव किया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। जबकि पुलिस कार्रवाई के परिणामस्वरूप कुछ लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के कारण घंटाघर से राजपुर रोड तक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।
इससे पहले बुधवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग को लेकर धरना दिया था। युवक इस बात से नाराज थे कि पुलिस ने उन्हें बुधवार को कथित तौर पर धरना हटाने के लिए मजबूर किया था।
छात्रों का पथराव, कांग्रेस का सियासी घेराव
कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा ‘जबरन तरीके से युवाओं की आवाज को दबाने’ पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। युवाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में पार्टी शुक्रवार को हर जिले में प्रदर्शन करेगी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत ने कहा..
"ये बहुत दुख की बात है कि जो बच्चे ऐसी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं, जिससे वो अपनी योग्यता का स्पष्ट मूल्यांकन कर सकें, निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली की मांग कर रहे हैं, उन पर निर्ममता से लाठीचार्ज किया जा रहा है।''
युवाओं से सीएम धामी की अपील, ‘बहकावे में ना आएं’
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं से अपील की कि वे खुद को किसी के बहकावे में न आने दें और कहा कि राज्य में भर्ती परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से हों, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा…
''हम जल्द ही देश में सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लाने जा रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भर्ती परीक्षाओं में अनुचित साधनों का उपयोग पूरी तरह से बंद हो और उन्हें पारदर्शी तरीके से आयोजित किया जाए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि युवाओं के साथ कोई अन्याय न हो।''
देहरादून में धारा 144 लागू, DM देहरादून ने जारी किए आदेश
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बेरोजगार संघ के आंदोलन और कल बंद की कॉल को देखते हुए जिलाधिकारी ने धारा 144 लागू कर दी है, एक स्थान पर 5 से अधिक व्यक्ति नहीं खड़े हो सकेंगे। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को भी आदेश दिया है कि अपने-अपने सबडिवीजन में धारा 144 लागू करें ताकि कानून व्यवस्था किसी भी कीमत में न बिगड़ने पाए। जिलाधकारी सोनिका मीणा ने बताया है की…
''राजधानी में आज सुबह ही धारा 144 लागू कर दी गई थी लेकिन युवाओं की संख्या एकाएक बढ़ती चली गई थी। जिलाधिकारी ने बताया है कि कल प्रस्तावित बंद को देखते हुए भी पर्याप्त तैयारियां की गई हैं कोई किसी का प्रतिष्ठान अथवा संस्थान जबरन बंद करता पाया गया तो ऐसे व्यक्ति अथवा संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।''