सोना तस्करी घोटाला सामने आने के बाद से केरल के सीएम पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) के कार्यालय पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, जिसमें उनके पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर और मंत्री केटी जलील की संलिप्तता सामने आ रही है। हाल ही में ED ने एम शिवशंकर को लाइफ मिशन स्कैम को लेकर पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड पर लिया है। कोच्चि की एक अदालत ने बुधवार को शिवशंकर को ED को हिरासत में दे दिया।
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आए पैसों में हेराफेरी !
लाइफ मिशन 2018 के तहत केरल की सरकार बाढ़ से बेघर हुए लोगों के लिए मुफ्त आवास प्रदान करने के काम कर रही थी। लेकिन, इस योजना में अनियमितताएं तब सामने आईं जब ED सोने की तस्करी मामले की जांच में जुटी। ईडी को कथित तौर पर अक्टूबर 2020 में स्वप्ना सुरेश के बैंक लॉकर से 2 करोड़ रुपये नकद और 2 किलो सोना मिला था। सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) ने ईडी को बताया था कि शिवशंकर को त्रिशूर के वाडक्कनचेरी में 2018 के बाढ़ पीड़ितों के लिए आवास उपलब्ध कराने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सहायता समूह, द रेड क्रिसेंट (The Red Crescent) के साथ एक सौदा करने से कमीशन मिला था। जिसके बाद शिवशंकर ने कथित तौर पर स्वप्ना को अपने लॉकर में नकदी रखने के लिए कहा था।
UAE कॉन्सुलेट से मिला पैसा किसने डकारा ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबि रेड क्रीसेंट के साथ केरल सरकार का तथाकथित सौदा FCRA नियमों का उल्लंघन करते हुए केंद्र सरकार को सूचित किए बिना किया गया था। CBI ने सौदे पर आपत्ति जताई थी और मामला दर्ज किया था, लेकिन विजयन की नेतृत्व वाली केरल सरकार ने ये दावा करने के लिए अदालत का रुख किया था कि ये सौदा एफसीआरए का उल्लंघन नहीं था। हालांकि, कोर्ट ने इस मामले को खारिज करने से इनकार कर दिया।
ED ने पाया कि रेड क्रीसेंट से कुल 18.5 करोड़ रुपये केरल की राजधानी में यूएई (UAE) वाणिज्य दूतावास के माध्यम से एकत्र किए गए थे। जबकि बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास परियोजना पर 14.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, शेष 4 करोड़ रुपये केरल सरकार और संयुक्त अरब अमीरात वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों के बीच बांटे गए थे। शिवशंकर ने कथित तौर पर सौदे से 1 करोड़ रुपये कमाए थे। त्रिशूर जिले के वडकनचेरी में 140 परिवार रेड क्रीसेंट सहायता के लाभार्थी थे।
स्वप्ना सुरेश ने पिनाराई विजयन पर लगाए गंभीर आरोप
ईडी द्वारा शिवशंकर को अपनी हिरासत में लेने के बाद, स्वप्ना सुरेश, जो अब ज़मानत पर बाहर हैं और बेंगलुरू में स्थानांतरित हो गई हैं, ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का पूरा परिवार लाइफ मिशन घोटाले में शामिल है।
आरोपों के मुताबिक मकान बनाने के लिए 2 निजी ठेकेदारों, यूनिटैक बिल्डर्स और साने वेंचर्स को काम पर रखा गया था। वडक्कनचेरी के कांग्रेस विधायक अनिल अक्कारा ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के बाद ठेकेदारों का चयन किया गया है। PMLA कोर्ट में सौंपी गई अपनी रिमांड रिपोर्ट में, ईडी ने कहा है कि, ‘शिवशंकर धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत अपराध की कार्यवाही को छुपाकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध का दोषी है। जांच एजेंसी ने रेड क्रीसेंट से यूनिटैक को पैसे के लेन-देन की विस्तृत जानकारी भी सौंपी है।