केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अब रद्द की गई दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में आठ घंटे की पूछताछ की, और उसके बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया से आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, दिनेश अरोड़ा और FIR में दर्ज अन्य आरोपियों के साथ उनके कथित संबंधों और कई फोन से संदेश आदान-प्रदान के विवरण के बारे में पूछताछ की गई। जबकि, सिसोदिया की गिरफ्तारी के तुरंत बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘वो निर्दोष हैं, यह गंदी राजनीति है’। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मनीष की गिरफ्तारी से लोगों में काफी गुस्सा है। हर कोई देख रहा है। लोग सब कुछ समझ रहे हैं। लोग इसका जवाब देंगे।’
AAP के प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ राजनीतिक खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए कथित तौर पर ‘फीडबैक यूनिट’ बनाने से संबंधित एक अन्य मामले में भी सीबीआई उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिा की जांच कर रही है। 22 फरवरी को, गृह मंत्रालय (MHA) ने मामले के संबंध में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी।
CBI द्वारा सिसोदिया की गिरफ्तारी के साथ समाप्त होने वाली घटनाओं की सीरीज जुलाई 2022 में शुरू हुई, जब दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें सिसोदिया पर “रिश्वत” और “कमीशन” के बदले शराब की दुकानों के लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ प्रदान करने का आरोप लगाया, जिसका इस्तेमाल उस साल फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा कथित तौर पर किया गया था।