जाने-माने वकील और राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने ऐलान किया कि, की वो देश में व्याप्त ‘अन्याय’ से लड़ने के लिए ‘इंसाफ के सिपाही’ नाम से एक नया मंच स्थापित कर रहे हैं। सिब्बल ने कहा कि वह 11 मार्च को जंतर-मंतर पर नए मंच की एक जनसभा करेंगे और वहां भारत का नया दृष्टिकोण सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह विपक्षी नेताओं और आम लोगों सहित सभी के लिए एक खुला निमंत्रण है कि वो कार्यक्रम में शामिल हों।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को वकीलों सहित लोगों से अन्याय से लड़ने के लिए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के नए शुरू किए गए मंच ‘इंसाफ के सिपाही’ से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि, ‘यह कपिल सिब्बल साहब की बहुत महत्वपूर्ण पहल है। मैं सभी से इसमें शामिल होने की अपील करता हूं और हम मिलकर अन्याय से लड़ेंगे। बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि, सिब्बल जाने-माने वकील हैं जो सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर बहुत सक्रिय रहते हैं। उन्होंने कहा कि सिब्बल अपनी पहल से समाज के विभिन्न वर्गों खासकर वकीलों को देश भर में जोड़ना चाहते हैं।
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने 4 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सरकार का ‘वेलेंटाइन’ कहा था। नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह विपक्षी पार्टी के नेताओं के साथ 11 मार्च को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। कपिल सिब्बल ने कहा, ‘सरकार का वेलेंटाइन ईडी है, इसे किसी के पीछे रखो, ईडी सरकार की अनुमति के बिना कहीं भी प्रवेश कर सकता है। सरकार लोगों के लिए होनी चाहिए लेकिन यह सरकार बनाम नागरिक है। आज तक क्या आपने कभी सुना है कि ईडी किसी बीजेपी नेता के यहां गई हो?’
कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि, “जनता को जागरूक करने का समय आ गया है कि आप लड़ें, मैं चाहूंगा कि विपक्ष के सभी मुख्यमंत्री मेरा समर्थन करें, जो नेता मुख्यमंत्री नहीं हैं, वो भी इस लड़ाई में मेरा समर्थन करें। हर सरकार, डिजिटल योजना और आवास योजना में कुछ अच्छी चीजें होती हैं, मैं उसमें भी अच्छा हूं, अब 11 तारीख को, मैं जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करूंगा, और उसके लिए विपक्षी नेताओं को बुलाऊंगा।