एक रिपोर्ट के अनुसार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने इस सप्ताह की शुरुआत में BCCI की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (anti corruption unit) को करप्ट अप्रोच की सूचना दी थी। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस साल फरवरी में ऑस्ट्रेलियाई टीम के देश में आने से पहले एक अज्ञात व्यक्ति भारतीय टीम के बारे में अंदर की खबर चाहता था। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज को एक फोन आया और उन्होंने तुरंत मामले की सूचना ACU अधिकारियों को दी। घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, कॉल किसी बुकी ने नहीं बल्कि हैदराबाद के एक ड्राइवर ने की थी।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि, “सट्टेबाज (bookies) ने सिराज से संपर्क नहीं किया था। वो हैदराबाद का ड्राइवर है, जो भारत के मैचों पर सट्टा लगाने का आदी है। उसने व्हाट्सएप के जरिए सिराज से संपर्क किया था, क्योंकि उसने भारत के मैचों में काफी पैसा गंवा दिया था।” हालांकि, सिराज से टीम की जानकारी मांगने वाले वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
16 मई 2013 को एस श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को सीएसके टीम के पूर्व प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन के साथ स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद बीसीसीआई ने फिक्सिंग जैसे मामलों पर रोक लगाने के लिए ACU यानि की एंटी करप्शन यूनिट का गठन किया था। IPL की प्रत्येक टीम में एक समर्पित ACU अधिकारी होता है जो उसी होटल में रहता है और वहां सभी गतिविधियों की निगरानी करता है। क्या करें और क्या न करें पर खिलाड़ियों के लिए एक अनिवार्य एसीयू कार्यशाला भी है। अगर कोई खिलाड़ी भ्रष्ट दृष्टिकोण की रिपोर्ट करने में विफल रहता है, तो उसके लिए प्रतिबंध लागू हैं।