कर्नाटक चुनाव (Karnataka Election) में सिर्फ एक हफ्ते का ही समय बचा है, ऐसे में चुनाव प्रचार (Election Campaign) के आखिरी दौर में कर्नाटक में हनुमान (Hanuman) जी की एंट्री हो गई है। ये मौका किसी और ने नहीं खुद कांग्रेस (Congress) ने ही बीजेपी (BJP) के हाथ में थमाया है। दरअसल कांग्रेस ने आज मंगलवार को घोषणापत्र (Manifesto) जारी किया जिसमें बजरंग दल (Bajrang Dal) की तुलना देशद्रोही संगठन PFI से कर दी। बस फिर क्या था। बीजेपी से लेकर हिन्दू संगठनों ने कांग्रेस पर चढ़ाई कर दी। पीएम मोदी (PM Modi) ने कर्नाटक के होसपेत शहर में रैली को संबोधित किया तो कांग्रेस को इसी मुद्दे पर धो डाला।
‘कांग्रेस को पहले श्रीराम अब बजरंगबली से तकलीफ’
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर उसके घोषणापत्र को लेकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंगबली को ताले में बंद (Bajrangbali locked up) करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम (Shri Ram) को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प ले रहे हैं। ये देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली (Bajrangbali) बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है’।
PFI की तुलना बजरंग दल से करने पर घिरी कांग्रेस
कर्नाटक में 10 मई को मतदान होना है, जिसको लेकर कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में सबसे बड़ा वादा किया है कि सरकार बनने पर पीएफआई के साथ ही बजरंग दल पर बैन लगा दिया जाएगा। इसी घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस घिर गई है।