विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप 2023 (World Test Championship 2023) के फाइनल से पहले भारत को खिलाड़ियों की चोट ने दुखी करना शुरु कर दिया है। लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giant) के कप्तान केएल राहुल (K L Rahul) और स्टार तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) भारत की बढ़ती चोटों की सूची में शामिल हो गए हैं। खबरें हैं कि दोनों ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल में भाग नहीं ले पाएंगे, जो 7 जून को ओवल में शुरू होगा। उनादकट की संभावित अनुपस्थिति भारत को बहुत खलेगी क्योंकि जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) अपनी पीठ की चोट के कारण पहले ही टीम से बाहर हैं। भारतीय टीम फाइनल के लिए तीन स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाजों को मैदान में उतार सकती है और अगर उनादकट समय पर उबरने में विफल रहते हैं तो निश्चित रूप से उनकी जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को शामिल किया जाएगा। तो सवाल ये कि तीन संभावित उम्मीदवार कौन होंगे, जो डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारत की टीम में उनादकट की जगह ले सकते हैं।
पहला विकल्प - मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) 29 साल मुकेश कुमार ने बंगाल की रणजी ट्रॉफी 2022 के फाइनल तक की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने केवल पांच मैचों में 22.27 की औसत से 22 विकेट लिए। दिसंबर 2022 में भारत के बांग्लादेश दौरे के दौरान घायल मोहम्मद शमी के बदले दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को मौका दिया गया, हालांकि बाद में उनादकट टीम में शामिल कर लिए गए। मुकेश प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 21.50 की औसत से केवल 39 मैचों में 149 विकेट ले चुके हैं जो भारत की रेड-बॉल टीम में उनकी जगह बनानी बनाने के लिए खराब आंकड़े तो बिल्कुल भी नहीं हैं।
दूसरा विकल्प - अवेश खान (Avesh Khan) अवेश खान ने भारत की हालिया वनडे सीरीज़ी में अपना स्थान खो दिया है, लेकिन घरेलू वनडे मैचों में शानदार फॉर्म में हैं। मध्य प्रदेश के इस तेज गेंदबाज ने मार्च 2023 में ईरानी कप मैच के दौरान शेष भारत के खिलाफ दो पारियों में 6 विकेट लिए और रणजी ट्रॉफी 2022 के दौरान केवल 8 मैचों में 38 विकेट लेकर अपनी टीम के लिए अग्रणी विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे।
तीसरा विकल्प - ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) ईशांत शर्मा ने आखिरी बार नवंबर 2021 में भारत के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान टेस्ट क्रिकेट खेला था। लेकिन उनका अनुभव उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का टिकट दिलाने में मदद कर सकता है क्योंकि भारत के पास शक्तिशाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पीडस्टर्स की कमी है। ईशांत ने टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक विकेट लिए हैं और इंग्लैंड की परिस्थितियों में सिर्फ 15 टेस्ट में 51 विकेट ले चुके हैं।