मणिपुर (Manipur) के हिंसा प्रभावित चुराचांदपुर (Churachandpur) में पूरी तरह से कर्फ्यू (Total Curfew) लगा दिया गया है। क्षेत्र में स्थिति गंभीर बनी हुई है। चुराचांदपुर जिला प्रशासन ने बुधवार को बयान जारी कर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही है। ये चुराचंदपुर जिले के राजस्व क्षेत्राधिकार के तहत लगाया गया है। विशेष रूप से कंगवाल, तुइबोंग और चौराचंदपुर उप-मंडलों में कर्फ्यू है।
पूरी तरह से कर्फ्यू का फैसला 29 अप्रैल को जिले में एक रात कर्फ्यू लगाए जाने के बाद लिया गया है। इससे पहले पिछले हफ्ते, लोगों के एक समूह ने तुइबोंग क्षेत्र में रेंज वन अधिकारी (Range Forest Officer) के कार्यालय में आग लगा दी थी। आग को बुझाने के लिए कई दमकल गाड़ियों को लगाया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आग में लाखों रुपये की सार्वजनिक संपत्ति कथित रूप से नष्ट हो गई और आधिकारिक दस्तावेज जल गए।
पुलिस के मुताबिक 28 अप्रैल को चुराचांदपुर जिले के न्यू लमका में सद्भावना मंडप (Sadbhavna Mandap) में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जहां मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Chief Minister N Biren Singh ) एक जनसभा को संबोधित करने वाले थे। रिपोर्टों के अनुसार 27 अप्रैल को बड़े पैमाने पर विरोध और तोड़-फोड़ शुरू हुई थी। उग्र भीड़ ने मुख्यमंत्री के नियोजित समारोह स्थल पर हमला किया था और लगभग 100 कुर्सियों और अन्य उपकरणों में आग लगा दी थी।