पांच दिनों की माथापच्ची और सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार कर्नाटक (Karnataka) के सीएम (CM) और डिप्टी सीएम (Deputy CM) का फैसला हो गया। कांग्रेस (Congress) ने औपचारिक रूप से सिद्धारमैया को सीएम बनाने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने बताया कि सोनिया,राहुल और प्रियंका गांधी से चर्चा के बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सिद्धारमैया (Siddaramaiah) को कर्नाटक का सीएम और डीके शिवकुमार (DK Shiv Kumar) को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ही नेता सीएम बनने के काबिल हैं लेकिन सीएम पद किसी एक को ही मिलना था। डीके शिवकुमार राज्य के इकलौते डिप्टी सीएम होंगे और लोकसभा चुनाव तक राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। कांग्रेस ने कहा है कि उसकी पहली प्राथमिकता कर्नाटक में 5 गारंटी को लागू करने की है जिस पर पहले कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली में CM पद को लेकर क्या-क्या हुआ ?
दिल्ली (Delhi) में सुबह से ही बैठकों का दौर जारी रहा। सबसे पहले डीके शिवकुमार कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के घर पर पहुंचे। यहां डीके शिवकुमार सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने कर्नाटक सरकार के फार्मूले को लेकर चर्चा की। जबकि केसी वेणुगोपाल के घर पर बैठक में सिद्धारमैया भी शामिल रहे। कांग्रेस महासचिव के साथ बैठक खत्म होने के बाद कर्नाटक के दोनों नेता वेणुगोपाल की कार में एक साथ बैठकर कांग्रेस अध्यक्ष के घर रवाना हुए। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) से उनके निवास पर मुलाकात की। खरगे के आवास पर ब्रंच के साथ-साथ तमाम शर्तों पर अंतिम सहमति बनी। खरगे ने दोनों नेताओं के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की और लिखा कि टीम कांग्रेस कर्नाटक के लोगों की प्रगति, कल्याण और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।
कर्नाटक में सीएम पद को लेकर जारी रस्साकशी ऐसे खत्म हुई
- 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए। - कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की - 14 मई को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई - 15 मई को पर्यवेक्षकों ने मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी रिपोर्ट सौंपी - 16 मई को खरगे ने सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के साथ दिल्ली में बैठक की - 17 मई को राहुल गांधी ने सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार से मुलाकात की - 17 मई को ही मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी के बीच वीडियो कॉल पर बात हुई - जिसके बाद डीके शिवकुमार से सोनिया गांधी ने फोन पर बात की। - सोनिया ने डीके को डिप्टी सीएम पद के लिए मना लिया और कर्नाटक सरकार का फॉर्मूला तय हो गया। - 18 मई को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की बैठक - 18 मई को एक बार फिर कर्नाटक के दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिले - और फिर औपचारिक रूप से कांग्रेस ने कर्नाटक के सीएम और डिप्टी सीएम के नाम का ऐलान कर दिया।
खत्म नहीं हुई डीके शिवकुमार की नाराज़गी ?
कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले डीके शिवकुमार को आखिरकार अपनी जिद छोड़नी पड़ी और डिप्टी सीएम का ऑफर स्वीकारना पड़ा। डीके शिवकुमार ने आलाकमान के फैसले पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी तो नहीं जाहिर की लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी के व्यापक हित में फैसला किया है। नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर डीके ने कहा है कि पार्टी में सब कुछ ठीक है और आगे भी सब कुछ ठीक रहने वाला है। उन्होंने कहा कि जो भी फार्मूला बनाया गया है, हम सभी उसे स्वीकर करते हैं। सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनने के लिए मनाया और राहुल गांधी ने डीके को बुलाकर डिप्टी सीएम का पद स्वीकारने को कहा।
शपथ ग्रहण समारोह के ज़रिए विपक्षी एकजुटता दिखाने की कोशिश करती कांग्रेस
खबरों के मुताबिक, कैबिनेट पर फैसला करने के लिए सिद्धारमैया और शिवकुमार के शुक्रवार को फिर से दिल्ली जाने की उम्मीद है। डीएमके के एमके स्टालिन, झामुमो के हेमंत सोरेन, जेडी-यू के नीतीश कुमार, आरजेडी के तेजस्वी यादव, सीपीआई-एम के सीताराम येचुरी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, एनसीपी के शरद पवार, नेकां के फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धारमैया ने आज स्टालिन को फोन किया और उन्हें 20 मई को शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।