- आसिम मुनीर बने पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ
- 29 नवंबर को बाजवा का जगह संभालेंगे कार्यभार
- इमरान ख़ान से आसिम मुनीर की पुरानी दुश्मनी
- ISI चीफ के पद से इमरान ने ही हटवाया था
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ ने आशंकाओं और अफवाहों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को देश का अगला सेना प्रमुख चुन लिया। इस बात का ऐलान पाकिस्तान की सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगज़ेब और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ ने भी कर दिया। मरियम औरंगज़ेब ने ट्वीट कर कहा कि, ”प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने लेफ़्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा को चेयरमैन ऑफ़ जॉइंट चीफ़्स नियुक्त किया है। उन्होंने अपने संवैधानिक अधिकार इस्तेमाल करते हुए सैयद आसिम मुनीर को नया आर्मी चीफ़ नियुक्त किया है। इस बारे में राष्ट्रपति को सूचित कर दिया गया है।” जबकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने पहले ही कहा था कि 24 से 25 नवंबर के बीच नए आर्मी चीफ के नाम का ऐलान हो जाएगा। लिहाज़ा, उन्होंने ट्वीट किया कि, ”अब इमरान ख़ान का ये इम्तिहान होगा कि वो वाक़ई देश के रक्षा संस्थानों को मज़बूत करना चाहते हैं या विवाद ही करना चाहते हैं।’‘ हालांकि, मीडिया से बातचीत के दौरान ख्वाजा आसिफ ने ये भी कहा कि क़ानून और वरिष्ठता के आधार पर ही आर्मी चीफ का चयन हुआ है, लिहाज़ा, इसपर सियासत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने, राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी को भी घेरने की कोशिश की। ख्वाजा ने कहा की, ”क़ानून और संविधान के मुताबिक सारे मामले तय किए गए हैं। हमें ये पूरी उम्मीद है कि राष्ट्रपति कोई ऐसा विवाद नहीं खड़ा करेंगे जिससे ये नियुक्तियां जो हैं, क़ानून और संविधान के मुताबिक हुई हैं। इसको सियासी नज़र से नहीं देखेंगे।”
इमरान ख़ान और नए आर्मी चीफ़ बनने वाले आसिम मुनीर की दुश्मनी है पुरानी
पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ बनने वाले लेफ्टिनेट जनरल आसिम मुनीर सितंबर 2022 में रिटायर होने वाले थे। लेकिन उनका कार्यकाल बढ़ाकर 27 नवंबर तक कर दिया गया था। यही नहीं, सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ ने पहले ही कहा था कि मुनीर, सेना प्रमुख बनने के लिए उपयुक्त हैं, और वही पूर्व पीएम इमरान खान को सबक सिखा सकते हैं। दरअसल..
- लेफ्टिनेंट जनरल मुनीर, जनरल बाजवा के पसंदीदा रहे हैं
- बाजवा चाहते थे कि मुनीर ही उनके बाद अगले सेना प्रमुख बने
- अक्टूबर 2018 में मुनीर को बाजवा की सिफारिश पर ISI चीफ बनाया गया था
- लेकिन, सिर्फ आठ महीने के बाद यानी मई 2019 में उन्हें इस पद से हटा दिया गया
- जनरल मुनीर ने ही इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी से जुड़े भ्रष्टाचार के बारे में बताया था
- इन आरोपों के बाद ही इमरान ने जनरल मुनीर को उनके पद से हटवा दिया था
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार नजम सेठी ने तो यहां तक कह दिया कि अब इमरान ख़ान और उनकी पार्टी को सेना के सामने नतमस्तक होना पड़ेगा। सेठी ने पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि, ”सारी फौज खड़ी हो जाएगी एक तरफ, यानि जनरल आसिम के पीछे, सरकार उनके पीछे खड़ी होगी, तो फिर इमरान खान को और प्रेज़िडेंट साहब को भी समझ आ जाएगा कि अब बचाव इसी में है कि आप भी खड़े होकर सैल्यूट कर दें।” माना जाता है कि ना तो जनरल आसिम मुनीर इमरान ख़ान को देखना चाहते हैं, और ना ही इमरान ख़ान , जनरल आसिम मुनीर को। ऐसे में इमरान खान के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
विदाई भाषण में क़मर जावेद बाजवा ने लगाई इमरान की क्लास
29 नवंबर को आर्मी चीफ के पद से रिटायर हो रहे कमर जावेदा बाजवा ने अपने विदाई भाषण में इमरान खान पर निशाना साधा। उन्होंने, सेना को निशाने बनाने के लिए ना सिर्फ इमरान खान को लताड़ लगाई, बल्कि, चेतावनी भी दे डाली। पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ़ क़मर जावेद बाजवा ने कहा कि कुछ लोग अपने सियासी फायदे के लिए सेना को टारगेट कर रहे हैं, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि, ”कई लोगों ने फ़ौज पर गंभीर आरोप लगाए और निशाना बनाकर बहुत गैर मुनासिब और शरारती शब्दों का इस्तेमाल किया।’‘ यही नहीं जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि मुल्क में अराजकता फैलाने की कोशिश का जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। विदाई भाषण में उन्होंने कहा कि,”एक जाली और झूठा मुद्दा खड़ा कर मुल्क में अराजकता की स्थिति पैदा की गई, और अभी इसी झूठे मुद्दे को ज़रिया बनाकर पीठ दिखाने की कोशिश हो रही है। लेकिन, ये बात सबको समझ लेनी चाहिए कि इस सब्र की भी एक हद है। मैं अपने और फ़ौज के खिलाफ इस नामुनासिब और जाहिलाना रवैये को दिल से निकाल कर आगे बढ़ना चाहता हूं।” जबकि, अपने विदाई भाषण के दौरान बाजवा ने एक बार फिर ये बात दोहराई की पाकिस्तान की सेना अब सियासी मामलों में दखलअंदाज़ी नहीं करेगी।
अब इमरान ख़ान जाएंगे जेल, PTI ने किया सरेंडर !
कमर जावेद बाजवा के बयान और आसिम मुनीर की नियुक्ति पर मुहर लगने से इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब इमरान ख़ान की उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है। बहुत मुमकिन है कि उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जाना पड़ जाए। वैसे, पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा की चेतावनी और उनके गुस्से पर इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की ओर से भी प्रतिक्रिया आई। पार्टी के महासचिव असद उमर ने कहा कि इमरान ख़ान ने कभी पाकिस्तान सेना को निशाना नहीं बनाया। सिर्फ, उनके ख़िलाफ रची गई साज़िशों का ज़िक्र किया। लेकिन, पाकिस्तान मामलों के जानकार मान रहे हैं कि इमरान ख़ान के लिए आसिम मुनीर संकट पैदा कर सकते हैं। ऐसे में इमरान के पास सिर्फ दो विकल्प हैं, या तो वो सेना से उलझना बंद कर दें, या फिर देश छोड़कर चले जाएं।