बागी अजित पवार (Ajit Pawar) के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) गुट के महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे)- बीजेपी सरकार में शामिल होने के कुछ दिनों बाद अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है। राज ठाकरे की एकनाथ शिंदे से मुलाकात से एक बार फिर नई अटकलें शुरू हो गई हैं कि महाराष्ट्र की राजनीति में आगे क्या हो सकता है। दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब मुंबई (Mumbai) के बाद उल्हासनगर में भी उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को एक साथ आने की अपील करने वाले बैनर चर्चा का विषय बने हुए हैं। एमएनएस के एक अधिकारी सुभाष हटकर ने ऐसा बैनर लगाया था।
उद्धव ठाकरे गुट की नीलम गोरे शिंदे गुट में शामिल
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की करीबी सहयोगी नीलम गोरे (Neelam Gorhe) शुक्रवार को मुंबई में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना (Shiv Sena) में शामिल हो गईं। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष गोरे, मनीषा कायंदे और विप्लव बजारिया के बाद शिंदे गुट में शामिल होने वाले शिवसेना (UBT) की तीसरी एमएलसी हैं। गोरे ने कहा कि, ”एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ सही रास्ते पर है।” गोरे ने कहा, मैंने एनडीए में शामिल होने का फैसला किया है और महिलाओं, राज्य और देश के विकास के लिए शिंदे और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के साथ काम करूंगी। गोरे ने उस दिन पाला बदल लिया जब शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि, एकनाथ शिंदे गुट के लगभग 17-18 विधायक उनके संपर्क में थे।