पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर (Pakistani woman Seema Haider) पर भारतीय जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। इश्क के लिए इंडिया आने का दावा करने वाली सीमा हैदर (Seema Haider) से ATS दो दिन में करीब 16 घंटे की पूछताछ (Inquiry) कर चुकी है। इस बातचीत के बाद जांच अधिकारियों (investigating officers) का शक और भी गहरा गया है। खुद को 5वीं पास बताने वाली सीमा हैदर इस तरह बातचीत कर रही थी कि उससे ATS और अन्य एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं।
खुद को पाकिस्तानी बताने वाली सीमा की जुबान पर उर्दू (Urdu) का कोई लफ्ज नहीं, वो बड़े आराम से काफी अच्छी हिन्दी (Good Hindi) बोल रही थी। ऐसे में जांच अधिकारियों के आगे सबसे बड़ा सवाल ये है कि आजीवन पाकिस्तान में रहने वाली लड़की की जुबान पर उर्दू नहीं, हिन्दी कैसे है? क्या उसे ट्रेनिंग दी गई है ताकि लहजे और उर्दू की वजह से पकड़ी न जाए?
सीमा ने सैन्य अधिकारियों को भी भेजी थी फ्रेंड रिक्वेस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी ATS की पूछताछ में ये बड़ी बात सामने आई है कि सीमा हैदर (Seema Haider) ने कुछ सैन्य अधिकारियों (Military Officers) को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट (Friend request) भेजी थी। सीमा हैदर कई दिनों से भारत आने की कोशिश कर रही थी। उसके सोशल मीडिया अकाउंट (social media accounts) को खंगालने पर पता चला है कि वो अधिकतर एनसीआर के इलाकों में रहने वाले युवाओं के संपर्क में थी।
नेपाल से भारत आने के नहीं मिले कोई भी सबूत
ATS की पूछताछ के बाद सीमा हैदर से IB और रॉ के अफसरों ने भी पूछताछ की। उसके पाकिस्तानी सेना में तैनात परिजनों के बारे में सवाल पूछे, इस पर सीमा हैदर घबरा गई और बार-बार अपना बयान बदलने लगी। IB ने सीमा हैदर और सचिन का बड़ा झूठ भी पकड़ लिया है। IB के मुताबिक सीमा और सचिन दोनों ने कहा था कि सीमा 13 मई को भारत आई थी। उन्होंने नेपाल से भारत में इंट्री ली थी। मगर इसकी जांच पड़ताल करने के बाद सामने आया है कि सीमा ने नेपाल में जिन दो जगहों से इंट्री लेने की बात कही वहां ऐसा कुछ भी दर्ज नहीं है। वहां रिकॉर्ड्स की जांच की गई और CCTV खंगाले गए तो सीमा हैदर कहीं भी नहीं दिखी। जबकि तीसरे देश का कोई भी नागरिक भारत नेपाल सीमा से आता-जाता है तो दोनों देशों की पुलिस इसकी जानकारी साझा करती है इसे थर्ड नेशन सिटीजन एंट्री कहते हैं। सीमा हैदर के नाम की सुनौली सेक्टर और सीतामढ़ी सेक्टर में कोई एंट्री नहीं मिली। सीमा हैदर ने इन्हीं दो जगहों से एंट्री का दावा किया था।
मोबाइल डाटा नष्ट होने के भी सबूत मिले
पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के नोएडा स्थित रबूपुरा गांव तक पहुंचने में किन लोगों ने मदद की, इसे लेकर सीमा ने सही जवाब नहीं दिए। सीमा हैदर के पास मिले मोबाइल का डाटा भी नष्ट होने के सबूत मिले हैं, इसके बाद उसे रिट्रीव करने की कोशिश की जा रही हैं।
वहीं सीमा हैदर के दो पासपोर्ट (Two Passports) को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। सीमा के एक पासपोर्ट (Passport) में उसकी जन्मतिथि के अनुसार उसकी उम्र 21 साल है, ऐसे में 4 बच्चे देखकर जांच अधिकारी भी हैरान हैं। सीमा हैदर ने पाकिस्तान में 70 हजार रुपए का मोबाइल फोन खरीदा था। उसके पास से 8 मई का मोबाइल फोन का बिल मिला है और 8 मई को ही सीमा का पासपोर्ट जारी हुआ है और इसके दो दिन बाद यानी 10 मई को उसने पाकिस्तान छोड़ दिया था।