पाकिस्तान (Pakistan) में होने वाले चुनावों को देखते हुए नवाज़ शरीफ के भाई और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री (Pakistan Ex Prime Minister) शहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) प्रचार में लगे हुए हैं। बुधवार को लाहौर (Lahore) में शहबाज़ शरीफ ने एक रैली भी की। लेकिन, रैली खत्म होने के बाद जैसे ही शहबाज शरीफ़ (Shahbaz Sharif) बाहर निकले उनकी गाड़ी को गुस्साई भीड़ ने घेर लिया (
An angry crowd surrounded the car)। लोगों ने उनकी कार को आगे बढ़ने से तो रोका ही, जमकर गालियां (abuses) भी दीं। इस दौरान शहबाज़ शरीफ चुपचाप कार की फ्रंट सीट पर बैठे रहे। उनकी आंखों में खौफ भी नज़र आया। एक बार को लगा कि महंगाई से परेशान लोग शहबाज़ की कार पर हमला बोल देंगे। लेकिन, भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया। पाकिस्तान में शासन की कमी और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से गुस्साए लोगों ने उनसे दुर्व्यवहार ज़रूर किया। लेकिन बाद में शहबाज़ शरीफ को जाने दिया।
भतीजी मरियम को टक्कर देने के चक्कर में पिटे शहबाज
बुधवार को लाहौर में हुई रैली के लिए शहबाज़ शरीफ ने तगड़ी व्यवस्था करवाई थी। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे उनके बेटे हमज़ा शरीफ ने पिता की रैली को कामयाब बनाने के लिए खुद सारा इंतज़ाम किया था। शहबाज़ शरीफ इस रैली से पार्टी (PML-N) के अंदर अपनी ताकत का मुज़ाहिरा पेश करना चाहते थे। वो एक दिन पहले हुई मरियम नवाज़ (Maryam Nawaz) की रैली से बड़ी रैली करना चाहते थे। मरियम नवाज़ की रैली में बहुत कम लोग जुटे थे और नाराज़ होकर मरियन ने अपना भाषण बीच में छोड़ ही दिया था। हालांकि, शहबाज़ शरीफ की रैली में बड़ी तादाद में लोग आए। लेकिन, कुछ लोग उनके खिलाफ नारेबाज़ी करते भी दिखे। भाषण के दौरान भी शहबाज़ को बेइज्जत होना पड़ा। उन्हें बीच-बीच में रुकना पड़ा और आक्रोशित भीड़ को शांत करने की कोशिश की। लेकिन, भीड़ नहीं मानी, जिसके बाद शहबाज़ शरीफ़ को किसी तरह अपना भाषण खत्म कर वहां से निकलना पड़ा।