बॉलीवुड (Bollywood) की एक लॉबी ने सनी देओल (Sunny Deol) या कहें देओल परिवार को कभी आगे बढ़ने नहीं दिया। लेकिन, इसके बावजूद देओल परिवार देशभक्ति के धागे से गुथी कहानियों पर फिल्में बनाते रहे। धर्मेंद्र और बॉबी देओल को छोड़ दें तो जाल, इंडियन, मां तुझे सलाम, बॉर्डर, सिंह साहब जैसी फिल्में तो सिर्फ सनी देओल ने कीं। हालांकि, इस सबके बावजूद बॉलीवुड का वो तबका जो अपनी फिल्मों के ज़रिए अपने एजेंडे को प्रमोट करता है, उसने कभी सनी देओल को आगे बढ़ने नहीं दिया। अब उसी सनी देओल ने बॉलीवुड के उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा जड़ा है। सनी देओल ने अपनी अदाकारी और स्क्रीन प्रेजेंस के ज़रिए गदर-एक प्रेम कथा के सीक्वल गदर-2 (Gadar 2) से शेखी बघारने वाले अदाकारों की बोलती बंद कर दी है। वो भी तब गदर-2 के साथ पायरसी का घिनौना खेल खेला गया।
सनी देओल और अमीषा पटेल (Ameesha Patel)की मुख्य भूमिका वाली गदर-2 एक अजेय फिल्म बनकर उभरी है। फिल्म फिलहाल अपने तीसरे हफ्ते में है और अभी भी बॉक्स ऑफिस (Box Office) पर अच्छी कमाई कर रही है। 16 दिनों के बाद शनिवार को 13.75 करोड़ रुपये जोड़कर फिल्म का भारतीय नेट कलेक्शन 439.95 करोड़ रुपये हो गया है। ट्रेड एनालिस्ट और फिल्म समीक्षक तरण आदर्श ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भविष्यवाणी की है कि, गदर-2 रविवार को 450 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर जाएगी, जिससे ये इतिहास की तीसरी सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म बन जाएगी।
गदर-2 ने पहले ही आमिर खान-स्टारर दंगल और यश की KGF-2 के लाइफटाइम कलेक्शन को पार कर लिया है। अब, अगर सब कुछ सही रहा और फिल्म इसी रफ्तार से आगे बढ़ती रही तो ये आसानी से 450 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर जाएगी। अगर सनी देओल की गदर-2 ऐसा करने में सफल हो जाती है, तो ये उपलब्धि हासिल करने वाली अब तक की सबसे तेज हिंदी फिल्म बन जाएगी। इससे पहले, ये रिकॉर्ड शाहरुख खान की 'पठान' के पास था, उसके बाद प्रभास की 'बाहुबली 2' (हिंदी संस्करण) थी।
गदर- 2: द कथा कंटीन्यूज़ एक पीरियड-एक्शन ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन और निर्माण अनिल शर्मा (Anil Sharma) ने किया है। ये 2001 की ब्लॉकबस्टर फिल्म गदर: एक प्रेम कथा का सीक्वल है। सनी देओल, अमीषा पटेल, उत्कर्ष शर्मा और सिमरत अभिनीत ये फिल्म फिलहाल सिनेमाघरों में चल रही है। फिल्म ने रिलीज के महज तीन दिनों में ही 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली थी।आजादी के बाद तारा सिंह और सकीना की कहानी के साथ अगली कड़ी जारी है। 1971 में 'क्रश इंडिया' अभियान के दौरान, उनके बेटे को पाकिस्तान (Pakistan) में कैद कर लिया गया, जिससे तारा सिंह के पास पड़ोसी देश की यात्रा करने और अपने बेटे को बचाने के लिए कोई विकल्प नहीं बचा।