- दिल्ली पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी पर ड्रग्स पेडलिंग का शक
- हिमाचल प्रदेश से लेकर मुंबई तक दिल्ली पुलिस कर रही है जांच
- हिमाचल प्रदेश के तोष गांव से जुड़ रहे हैं ड्रग्स पेडलिंग के तार
श्रद्धा हत्याकांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे पुलिस को नई-नई जानकारियां मिल रही हैं। इन्हीं जानकारियों के आधार पर श्रद्धा हत्याकांड में आफ़ताब का ड्रग्स कनेक्शन भी सामने आया है। दिल्ली पुलिस को शक है कि आफ़ताब ड्रग्स रैकेट से जुड़ा हो सकता है, जो अपना ड्रग्स सिंडिकेट चलाना चाहता था। इस शक को श्रद्धा के क़रीबी गॉडविन के बयान से भी आधार मिला। सूत्रों के मुताबिक़ गॉडविन ने पुलिस को बताया कि आफ़ताब को नशे की लत थी और वो गांजे के अलावा ब्रॉउनी का सेवन करता था। यहां तक कि वो ब्रॉउनी बेचता भी था। कई बार देर रात को भी ब्रॉउनी ख़रीदने वाले उसके घर पहुंचते थे, और आफ़ताब के घर पर नहीं होने पर श्रद्धा ही इसे ख़रीदने आए लोगों को थमाने को मजबूर हो जाती थी। चूंकि श्रद्धा और आफताब में झगड़े की एक वजह आफताब का नशा करना भी था, इसलिए पुलिस ने अपनी जांच में ड्रग्स कनेक्शन को भी जोड़ लिया है।
आफ़ताब के ड्रग्स कनेक्शन की जांच में हिमाचल पहुंची पुलिस
ड्रग्स को जांच के केंद्र में रखकर हिमाचल प्रदेश में दिल्ली पुलिस की टीम ने जांच तेज़ कर दी है। दरअसल, आफताब के ड्रग्स कनेक्शन का एक सिरा हिमाचल के ही तोष गांव से जुड़ा है। यहां श्रद्धा से झगड़ा होने के बाद आफताब घूमने के बहाने पहुंचा था। बताया जा रहा है कि इसकी एक और वजह आफताब के फोन से मिले रिकॉर्ड भी हैं, जिसमें पुलिस को कसोल बॉर्डर पर बसे तोष गांव में रहने वाले कुछ ड्रग्स तस्करों के नंबर मिले हैं। पुलिस की टीम जब हिमाचल प्रदेश पहुंची तो पता चला कि तोष गांव देश में चरस का बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है, जहां हर घर में चरस बेचना आम है। जिसकी वजह से तोष गांव चरस के शौकीनों की सबसे पसंदीदा जगह है। यहां के लोगों के साथ मिलकर देश भर में चरस का कारोबार होता है। तोष गांव के लोग दुनियाभर से आने वाले लोगों को अपने घर में ठहराते हैं और उनका रिकॉर्ड भी नहीं रखा जाता।
आफ़ताब ने तोष गांव को लेकर पुलिस को क्या बयान दिया ?
आफ़ताब ने पुलिस को बताया है कि तोष गांव जाने का मक़सद ट्रैकिंग के दौरान श्रद्धा को पहाड़ी से नीचे धकेल कर उसकी हत्या करना था। लेकिन, पुलिस को अब शक है कि आफ़ताब ड्रग्स सिंडिकेट चलाना चाहता था, और तोष जाने के पीछे यही मक़सद रहा होगा। इससे पहले एक और बयान में आफ़ताब ने कहा था कि वो श्रद्धा को सैर-सपाटे के लिए हिमाचल प्रदेश ले गया था। लेकिन, बार-बार बदलने वाले इन बयानों के बाद पुलिस को आफ़ताब की किसी बात पर भरोसा नहीं है। इसलिए दिल्ली पुलिस की एक टीम तोष गांव तो पहुंची है। इसके अलावा उसके बयान की तस्दीक के लिए दिल्ली और मुंबई के अलग-अलग ठिकानों पर भी तफ्तीश में जुटी है। चूंकि आफ़ताब अपनी तरफ़ से जांच को भटकाने की हर मुमकिन कोशिश करता दिख रहा है, इसलिए सच जानने के लिए मुंबई में मौजूद दिल्ली पुलिस वहां भी पहुंची जहां एक बार श्रद्धा ने अपने नाक, कान और होठों पर पियर्सिंग करवाए थे। वसई में पियर्सिंग करने वाले एक शख्स ने आफताब के हावभाव और चुप्पी को लेकर जैसे दावे किए, उससे पुलिस को उसके नशेड़ी होने का शक और बढ़ गया। उस शख्स ने कहा कि, ”आफ़ताब एक कोने में बैठा रहता था, उससे कुछ पूछो तो जवाब नहीं देता था।