चीन में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है, क्योंकि इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर कोई बैन नहीं है, लिहाजा भारत में भी लोगों की धड़कनें बढ़ गई हैं। कल यानि बुद्धवार से आनन-फानन में जो बैठकों का दौर शुरू हुआ है, वो लगातार जारी है। उससे भी लोगों की चिंता बढ़ गई है, डर ये है कि कहीं भारत भी कोरोना की चपेट में न जाए। वही वजह है कि लोगों को वो बूस्टर डोज याद आ गई है, जिसे वो काफी वक्त से हल्के में लेने लगे थे।
बूस्टर डोज लगवाने वालों का आंकड़ा बढ़ा
जिन लोगों ने अब तक बूस्टर डोज नहीं लगवाए थे, जो ये मान रहे थे कि कोरोना अब गया, दो डोज लग गई तो बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है। उन लोगों को भी अब बूस्टर डोज की याद आ गई है। लोग अब वैक्सीन लगवाने के लिए फिर से जाने लगे हैं। आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं। 21 दिसंबर को देश में कोरोना वैक्सीन के कुल 61 हजार 168 डोज लगे जो दिसंबर के महीने में एक दिन का सबसे ज्यादा आंकड़ा है।
कोविन एप पर रजिस्ट्रेशन भी बढ़े
भारत में कोरोना वैक्सीन के 220 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुके हैं। अधिकतर लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं, ऐसे में थोड़ा बहुत बचे हुए लोग वैक्सीनेशन के लिए अब रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। 21 दिसंबर को कोविन एक पर 10 हजार 68 रजिस्ट्रेशन हुए। पूरे दिसंबर महीने में पहली बार एक दिन में रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा साढ़े 10 हजार के पार पहुंचा।
अबतक सिर्फ 27-28% लोगों ने ही बूस्टर लिया
केन्द्र सरकार की तरफ से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बनाए गए नेशनल टेक्निकल अडवाइजरी ग्रुप यानि NTAGI के अध्यक्ष डॉक्टर एनके अरोरा ने बताया कि अबतककेवल सिर्फ 27 से 28 प्रतिशत लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है, उन्होंने लोगों से अपील की है कि खासकर जो बुजुर्ग हैं, वो बूस्टर डोज जरूर लें। इससे हालात गंभीर होने या भी मौत का खतरा काफी कम हो जाता है।