अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने के पीछे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों के दावों को खारिज कर दिया।उन्होंने दावों को “निराधार” करार दिया और कहा कि तथ्य ये है कि वो और पीएम दोनों एक ही राज्य से हैं, लिहाज़ा उन्हें ऐसे आरोपों के लिए उन्हें साफ्ट टारगेट बनाया जाता है। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान गौतम अडानी ने कहा कि, ये आरोप बेबुनियाद हैं। सच्चाई यह है कि मेरी पेशेवर सफलता किसी एक व्यक्ति के कारण नहीं है।
विपक्ष के हंगामे पर बीजेपी का पलटवार
वरिष्ठ वकील और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य महेश जेठमलानी ने शुक्रवार को पूछा कि, सरकार को अडानी के गलत कामों से क्या लेना-देना है। इसमें सरकार की क्या भूमिका है यह किसी ने नहीं बताया। LIC (जीवन बीमा निगम) एक स्वतंत्र संगठन है। उन्होंने कुछ निवेश करने का फैसला किया है। जेठमलानी ने कहा कि अगर अडानी समूह द्वारा कोई गलत काम किया जाता है, तो SEBI और RBI इसकी जांच करेंगे। जेठमलानी ने कहा कि, ‘जेपीसी जांच की मांग उचित नहीं है।’
निर्मला सीतारमण ने देश को दिया भरोसा
अडानी संकट पर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक टेलीविज़न चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि,
‘भारत का वित्तीय क्षेत्र बहुत अच्छी तरह से विनियमित है और एक उदाहरण, चाहे विश्व स्तर पर इसके बारे में कितनी भी बात की जाए, ये संकेत नहीं देगा कि भारतीय वित्तीय बाजारों को कितनी अच्छी तरह से नियंत्रित किया गया है।’
एसबीआई और एलआईसी के बयानों का हवाला देते हुए, वित्त मंत्री ने कहा कि, ‘अडानी समूह के शेयरों में उनका निवेश अनुमत सीमा के भीतर बहुत अच्छी तरह से किया गया है, और मूल्यांकन गिरने के बावजूद भी लाभ से अधिक हैं।’
अडानी के शेयर कभी गिरे, कभी चढ़े
भारत के सबसे बड़े समूहों अडानी एंटरप्राइजेज़ का बाजार मूल्य गिरना जारी है, हालांकि शुक्रवार को इसमें कुछ तेज़ी देखी गई। अडानी ग्रुप को पिछले 6 दिनों में 100 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। इससे पहले, अडानी ने अपनी 2.5 बिलियन डॉलर की FPO पेशकश को अचानक बंद कर दिया था, इसके कुछ ही घंटों बाद प्रमुख अडानी एंटरप्राइजेज ने एक सत्र में मूल्य में 28% की भारी गिरावट दर्ज की थी। ये एक अमेरिकी एक्टिविस्ट निवेशक समूह हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट की वजह से हुआ था, जिसमें अडानी ग्रुप पर टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग और स्टॉक हेरफेर का आरोप लगाया गया था।
संसद में अडानी मुद्दे पर विपक्ष हमलावर
संसद में चल रहा बजट सत्र शुक्रवार को अडानी मामले पर हो रहे हंगामे की भेंट चढ़ गया। दोनों सदनों के सांसदों ने सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अडानी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप की जांच की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि…
”सभी पार्टियों ने एक साथ मिलकर यह स्टैंड लिया है कि LIC के पैसे की बर्बादी और SBI से ऋण के रूप में लिए गए पैसे की बर्बादी और संभवत: ऐसे कई दूसरे वित्तीय संस्थान जहां आम लोगों की गाढ़ी कमाई जमा की गई है, जिसके लिए या तो संयुक्त संसदीय समिति, या फिर सुप्रीम कोर्ट के तहत जांच कराई जाए और रोज़ इसका अपडेट दिया जाए।’
अडानी को कितना हुआ नुकसान?
- ब्लूमबर्ग बिलियनेयर लिस्ट में 21वें पायदान पर पहुंचे अडानी
- कल अडानी की कुल संपत्ति 64.7 अरब डॉलर थी
- 24 घंटे में संपत्ति घटकर 61.3 अरब डॉलर रह गई
- 24 घंटे में 10.7 अरब डॉलर का हुआ नुकसान
- फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग से पीछे हुए अडानी
- जुकरबर्ग का नेटवर्थ 69.8 अरब डॉलर है
- साल के शुरुआत में ही अडानी की 59.2 डॉलर संपत्ति साफ
- अडानी ने 10 दिन में गवाएं 52 अरब डॉलर