हर महिला के लिए नारीत्व का उसका रास्ता अनूठा होता है। ये अलग-अलग चुनौतियों, विशेषाधिकारों, व्यक्तित्व और दृष्टिकोण के साथ चलता है, जिसकी बदौलत वो अपनी दुनिया की रानी बनती हैं। टाटा शक्ति (Tata Shaktee) के साथ इंकिन पब्लिशर्स (Inkin Publishers) ने इसी नारीत्व के रास्ते पर चलते हुए अपने सपनों को हासिल करने पर तमाम महिलाओं को सलाम किया। इंकिन पब्लिशर्स ने अपनी किताब BEING WOMAN-LIVE WITH PRIDE के ज़रिए नारीत्व का जश्न मनाया।
किताब बीइंग वुमन-लीव विथ प्राइड, महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए कहानियों, कविताओं और यात्राओं का संकलन है। संकलनकर्ता, सोनी वर्मा सिन्हा का ये एक छोटा सा प्रयास है जिससे उन सभी महिलाओं को प्रोत्साहित और प्रेरित किया जाए जो अपनी इच्छाओं को टालती रहती हैं और पीछे हट जाती हैं। ये पुस्तक दुनिया भर में ऐसी कई महिलाओं को आवाज़ देने का एक मंच बनने का प्रयास करती है, जो नारीत्व के इस पथ पर कभी गुलाब की पंखुड़ियों, तो कभी कंकड़ या कांटों पर चली हैं। पुस्तक के पीछे मुख्य विचार इसे प्रेरणा का स्रोत बनाना है।
BEING WOMAN-LIVE WITH PRIDE पुस्तक का उद्देश्य वेदिका को सलाम करना है जो अपने बचपन की बीमारी को गले लगाते हुए एक उद्यमी बन गईं। साथ ही इस किताब का उद्देश्य सभी कष्ट सहने के बाद मातृत्व का आनंद लेने के लिए बाली को बधाई देना, अपेक्षा को महिला क्रिकेट टीम का इतनी शालीनता से नेतृत्व करने के लिए सम्मानित करना और डॉक्टर सीमा सिन्हा को उपचार सेवाएं प्रदान करके समाज के लिए एक देवदूत होने के लिए धन्यवाद देना है।
BEING WOMAN-LIVE WITH PRIDE पुस्तक आरती और दिव्या की तरह समाज से सवाल करती है कि क्या हम वास्तव में गृहणियों को उनके निःस्वार्थ प्रेम और सेवा के लिए धन्यवाद देते हैं? प्रत्येक लेखक के पास आत्मनिरीक्षण के लिए एक सूक्ष्म संदेश है। इस पुस्तक का उद्देश्य महिलाओं को ये याद दिलाना है कि वो शक्ति हैं, नारी शक्ति। वो नए जीवन और सार्थक संबंधों का निर्माण और पोषण के साथ-साथ अपने सपनों के लिए प्रयास कर सकती हैं। टाटा शक्ति ने एक महिला उद्यमी के प्रयासों को मान्यता दी और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पुस्तक को सह-निर्मित करने और टाटा सेंटर परिसर में लॉन्च करने के लिए उसके प्रकाशन से जुड़ी।
बीइंग वुमन-लीव विद प्राइड अमेज़न पर उपलब्ध है। पाठकों द्वारा इसे काफी सराहा गया और रिलीज होने के 24 घंटों के भीतर ये बेस्टसेलर बन गयी। श्री ए. चटर्जी के शब्दों में, “ये पुस्तक केवल महिलाओं के लिए नहीं है। इसे महिलाओं, उनकी भावनाओं, उनके दृष्टिकोण और एक महिला होने के नाते उनके सामने आने वाली चुनौतियों को समझने के लिए एक पथप्रदर्शक मानें।” श्री ए. चटर्जी ने BEING WOMAN-LIVE WITH PRIDE किताब को उत्कृष्ट संकलन बताया।