कहने को तो बिहार में शराबबंदी है, लेकिन ना सिर्फ यहां शराब धड़ल्ले से खरीदी और बेची जा रही है, बल्कि जहरीली शराब का कारोबार भी फल फूल रहा है। इसकी तस्दीक तब हुई जब छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई। यही नहीं कई लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है।
जुटने लगे बीमार तो अस्पताल में मचा हाहाकार
बिहार में जहरीली शराब की ख़बर तब फैली जब एक साथ कई लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर परिवार वालों ने तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जहां जांच के बाद पता चला कि इन्होंने जहरीली शराब पी थी। डॉक्टरों ने फौरन पीड़ितों का इलाज शुरु किया। लेकिन, इलाज में देरी होने की वजह से कई लोगों की जान चली गई।
जहरीली शराब से मौत पर विधानसभा में हंगामा
बिहार विधानसभा में भी जहरीली शराब कांड का मुद्दा जोर शोर से गूंजा और बीजेपी विधायकों ने सदन के अंदर नीतीश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। बीजेपी विधायकों ने शराबकांड के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार भड़क गए। गुस्से में आकर सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी विधायकों को उंगली दिखाई और उन्हें चुप रहने को कह दिया, जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया। नीतीश कुमार के इस व्यवहार से नाखुश बीजेपी विधायक और ज्यादा भड़क गए और उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की। लेकिन सीएम नीतीश कुमार के तेवर नरम नहीं पड़े औक उन्होंने बीजेपी पर शराब के पक्ष में होने का आरोप लगा दिया।