केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का 75वां बजट पेश किया, वित्त मंत्री ने इसे अमृतकाल बजट बताया। बजट मध्यम वर्ग और किसानों के लिए बड़े ऐलान किए गए। वित्त मंत्री ने जैसे ही बजट पेश किया, मध्यम वर्ग या यूं कहें नौकरीपेशा की निगाह टैक्स स्लैब पर ही टिकी हुई थी। क्योंकि लोगों को इस बार के बजट में इनकम टैक्स को लेकर राहत की उम्मीद थी। देश की जनता काफी वक्त से इनकम टैक्स में छूट का इंतजार कर रही थी। वित्त मंत्री की ओर से इनकम टैक्स में छूट का ऐलान कर दिया गया है।
नौकरीपेशा को कितना मिला फायदा?
इनकम टैक्स को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा करते हुए बताया कि 7 लाख रुपए तक की इनकम पर रिबेट को बढ़ा दिया गया है। पहले ये रिबेट 5 लाख रुपए तक मिलती थी। इसके साथ ही इनकम टैक्स स्लैब को भी बढ़ाया गया है। अब 7 लाख रुपए तक कोई टैक्स नहीं लगेगा। नौकरीपेशा लोगों को इससे फायदा मिलेगा।
ये हैं नए इनकम टैक्स रेट
- 0 से 3 लाख — कोई टैक्स नहीं
- 3 से 6 लाख — 5 प्रतिशत टैक्स
- 6 से 9 लाख — 10 प्रतिशत टैक्स
- 9 से 12 लाख — 15 प्रतिशत टैक्स
- 12 से 15 लाख — 20 प्रतिशत टैक्स
- 15 लाख से ऊपर — 30 प्रतिशत टैक्स
बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर आगे बढ़ रही है। कोरोना महामारी के दौरान हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखे पेट न सोए, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 28 महीने तक मुफ्त राशन दिया। अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। प्रतिव्यक्ति आय 1.97 लाख यानी दोगुने से ज्यादा हो गई है। ग्लोबल स्लोडाउन के चलते देश की विकास दर 7% रही है,जो कि बाकी देशों की तुलना में सबसे मजबूत है। वित्त मंत्री ने महिलाओं को लेकर भी बड़ा ऐलान किया। उन्होंने बताया कि महिला सम्मान बचत पत्र योजना शुरू होगी, जिसमें महिलाओं को 2 लाख रुपए की बचत पर सालाना 7.5% का ब्याज मिलेगा। ये 2 साल की सेविंग स्कीम होगी, जिसका फायदा 2025 तक उठाया जा सकेगा।