AAP नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु (West Bengal and Tamil Nadu) में भी छापेमारी (Raid) की गई। ED ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता और राज्य सरकार में मंत्री रथिन घोष (Minister Rathin Ghosh) के घर दबिश दी। जानकारी के मुताबिक रथिन घोष (Rathin Ghosh) की उत्तर 24 परगना और कोलकाता (Kolkata) सहित राज्य की 12 से ज़्यादा संपत्तियों पर एक साथ रेड पड़ी। जिस दौरान ED ने कोलकाता के नॉर्थ चौबीस परगना स्थित उनके घर पर दबिश दी, TMC से जुड़े कुछ लोग जमा हो गए और इसे केंद्र सरकार की बदले की राजनीति करार दिया। मध्यग्राम TMC के अध्यक्ष सुभाष मुखर्जी ने कहा कि, ''बदला चल रहा है बदला। कल-परसो दिल्ली में हमलोगों ने किया। तो ED, CBI लेकर चली आई केंद्र सरकार।'' दरअसल, तृणमूल कांग्रेस सरकार में खाद्य और आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के खिलाफ सरकारी नौकरियों के भर्ती घोटाले में शामिल होने और रिश्वत लेने के आरोप है। इसी सिलसिले में उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई।
ममता सरकार में मंत्री रथिन घोष के ठिकानों पर कथित भ्रष्टाचार (Corruption) को लेकर चल रही छापेमारी पर राजनीति भी शुरु हो गई। TMC के साथ INDIA अलायंस से जुड़े घटक दलों ने इस छापेमारी का विरोध किया। शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि विपक्षी गठबंधन झुकने वाला नहीं है। वहीं कोलकाता बीजेपी के नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि ED की कार्रवाई अदालत के निर्देश पर हो रही है। रथिन घोष के अलावा उत्तर 24 परगना जिले की टीटागढ़ नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रशांत चौधरी और कमरहाटी नगरपालिका चेयरमैन गोपाल साहा के घर पर भी ED ने छापा मारा। जबकि, तमिलनाडु (Tamil Nadu) में DMK सांसद एस जगतरक्षकण (MP S Jagatrakshakan) की 40 से ज्यादा संपत्तियों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक इसमें डीएमके सांसद का घर, उनका ऑफिस, लग्जरी होटल, अस्पताल और शिक्षण संस्थान भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि छापेमारी टैक्स की चोरी मामले में हुई है। तीन साल पहले भी ईडी ने डीएमके सांसद एस जगतरक्षकन की 89 करोड़ की संपत्तियों को जब्त किया था। एस जगतरक्षकन तमिलनाडु के अराक्कोनम जिले से सांसद हैं। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में DMK के जगतरक्षकन को यहां से तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत मिली थी।