पहाड़ पर भारी बारिश (Heavy Rain) की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हरिद्वार (Haridwar) से लेकर नैनीताल (Nainital) तक, कुल्लू (Kullu) से लेकर सोलन (Solan) तक आसमान से मूसलाधार आफत बरस रही है। सड़कों पर सैलाब का कब्ज़ा हो गया है। बादल फटने (Cloud Burst) की आशंका से लोग डरे सहमे हुए हैं। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और उत्तराखंड (Uttarakhand) में बारिश मुसीबत लेकर आई है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) के नज़दीक रामपुर (Rampur) में बादल फट गया। यहां एक गांव में बनी 14 मेगावाट की ग्रीनको प्रोजेक्ट की पेनस्टॉक लाइन बादल फटने की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में बादल फटने की और घटनाएं हो सकती हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और मंडी में मूसलाधार बारिश की आशंका जताई गई है। कुल्लू और सोलन में तो अभी से स्थिति बिगड़ने लगी है। शनिवार रात हुई बारिश की वजह से कुल्लू में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। कई जगहों पर जलभराव हो गया। सोलन में भी भारी बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ। जबकि, कालका-शिमला रेल ट्रैक (Kalka-Shimla Rail Track) लगातार दूसरे दिन भी बारिश की वजह से बाधित रहा।
उत्तराखंड के कई ज़िलों में ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश की ही तरह उत्तराखंड में भी भारी बारिश की वजह से नुकसान की आशंका जताई जा रही है। उत्तराखंड के 7 ज़िलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। देहरादून (Dehradun), पिथौरागढ़ (Pithoragarh) , टिहरी (Tihari), पौड़ी (Pauri) , चंपावत (Champawat) , नैनीताल (Nainital) और बागेश्वर (Bageshwar) में ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया गया है। जबकि दूसरे कई ज़िलों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है।
हरिद्वार और देहरादून में बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव हो गया है। देहरादून में 33.2mm, हरिद्वार में 78mm और उत्तरकाशी में तो 27.7 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक बारिश की ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।