दो दिनों की माथापच्ची, मान मनौव्वल और बैठकों का दौर ख़त्म होने के साथ कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया गया। सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने उनके नाम की घोषणा करने के साथ ये भी बताया कि मुकेश अग्निहोत्री का नाम उप मुख्यमंत्री के लिए फाइनल किया गया है। अपने नाम पर मुहर लगते ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पार्टी आलाकमान का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने राहुल, सोनिया और प्रियंका गांधी का आभार जताया, गांधी परिवार की तारीफ की और कहा कि वो हिमाचल प्रदेश को ‘ईमानदार प्रदेश’ बनाएंगे। इस मौके पर सुखविंदर ने ये भी कहा कि, ”मुकेश अग्निहोत्री मेरे भाई जैसे हैं, और उनके साथ एक टीम की तरह काम करेंगे।” मुख्यमंत्री पद के लिए नाम पर मुहर लगने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने ज़मीन से राजनीति शुरु की थी और पार्टी ने जो कुछ भी उन्हें दिया वो भुला नहीं पाएंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुखविंदर को सीएम बनाने के फैसले से रानी साहिबा यानि प्रतिभा सिंह और उनका खेमा बेहद नाराज़ है। यही नहीं प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को डिप्टी सीएम ना बनाए जाने से भी कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। ये बात दिगर है कि प्रतिभा सिंह ने कहा है कि वो हाईकमान के फैसले को स्वीकार करती हैं।
कांग्रेस ने एक तीर से किए कई शिकार ?
- कांग्रेस (INC) आलाकमान ने प्रतिभा सिंह को साफ संदेश दे दिया कि पार्टी में ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी।
- कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की पत्नी और बेटे को समझा दिया कि पार्टी के सिंबल के बिना उनका अस्तित्व नहीं है।
- कांग्रेस पार्टी ने वंशवाद वाली राजनीति के आरोपों से बाहर निकलने के लिए सुखविंदर का चयन किया।
- कांग्रेस सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में हिमाचल प्रदेश में एक नया नेतृत्व तैयार करना चाहती है।
- कांग्रेस सुखविंदर सिंह सुक्खू के पक्ष में मौजूद ज़्यादातर विधायकों को नाराज़ कर पार्टी में टूट से बचना चाहती है।
सुखविंदर की निजी ज़िंदगी
हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ज़मीनी राजनीति की और बुलंदियों को छुआ। सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में 26 मार्च 1964 को हुआ था। उनकी बैचेलर डिग्री तक की पढ़ाई शिमला में हुई। सुखविंदर के पिता रसील सिंह हिमाचल परिवहन निगम में बस ड्राइवर थे, जबकि मां गृहिणी हैं। चार भाइयों और बहनों में सुखविंदर दूसरे नंबर के हैं। सुखविंदर ने LLB की डिग्री हासिल की है। सुखविंदर की शादी कमलेश ठाकुर से हुई और उनकी दो बेटियां हैं।
सुखविंदर का सियासी सफ़र
- सुखविंदर ने कांग्रेस के युवा संगठन NSUI से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की
- वह संजौली कॉलेज में क्लास रिप्रेजेंटेटिव बने और इसके बाद स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के महासचिव चुने गए
- सुखविंदर राजकीय महाविद्यालय संजौली में स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्वाचित हुए
- सुखविंदर सिंह 1988 से लेकर 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे
- 1995 में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बनने के तीन साल बाद 1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे
- शिमला से पार्षद रहे और जनवरी 2013 से जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे
- अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने
- वर्ष 2003, 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए
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सुखविंदर के घर पर जश्न
बतौर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम की घोषणा होने के बाद नादौन में उनके घर पर लोगों का तांता लग गया। मुख्यमंत्री के तौर पर घोषणा होने का समाचार नादौन पहुंचा, तो जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़ कर और मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इज़हार किया। सुखविंदर के पैतृक गांव भवड़ा में भी लोगों का हुजूम उमड़ा और घर पर महिलाओं ने नाच गाकर खुशी का इजहार किया। सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ने भी मुख्यमंत्री के तौर पर सुक्खू के नाम की घोषणा होने पर खुशी जाहिर की। उनकी पत्नी ने कहा कि, ”लंबे समय से सुक्खू ने संघर्ष किया है और आज ये संघर्ष काम आया है।” वहीं सुखविंदर सिंह सुक्खू की मां संसार देई ने भी अपने बेटे के सीएम बनने पर खुशी जाहिर की।