प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को लैंड फॉर जॉब मामले में दिल्ली और बिहार में 15 स्थानों पर छापेमारी की। इनमें पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदारों के आवास शामिल थे। उनके बेटे और बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में दिल्ली आवास भी शामिल था, जहां वह अपनी पत्नी राजश्री के साथ रहते हैं। ED ने तेजस्वी यादव और उनकी बहनों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव के आवासों से 53 लाख रुपये नकद, 1.5 किलोग्राम सोना, 540 ग्राम सोने के सिक्के और 1900 अमेरिकी डॉलर जब्त किए। जांच एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार ये बरामदगी शुक्रवार को की गई। लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा की गई पूछताछ के बाद ईडी ने छापेमारी की। ईडी का मामला सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर बनाया गया है।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक और मध्य रेलवे के सीपीओ के साथ मिलकर जमीन के बदले लोगों को या तो अपने नाम पर या यादव परिवार के करीबी रिश्तेदारों के नाम पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया। एक अधिकारी ने कहाकि, ‘2004-2009 की अवधि के दौरान यादव ने रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप ‘डी’ पदों पर स्थानापन्न की नियुक्ति के बदले अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन की संपत्ति के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किए थे।
लालू की बेटी रोहिणी के बिगड़े बोल, पीएम मोदी के खिलाफ हल्ला बोल
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव अपनी पत्नी के खराब स्वास्थ्य के कारण शनिवार को सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी की पत्नी को एक दिन पहले छापेमारी के बाद दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सूत्रों ने बताया कि वो गर्भवती हैं और बीपी बढ़ने की वजह से बेहोश हो गईं। वहीं जांच एजेंसियों की छापेमारी और पूछताछ को लालू यादव समेत उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अत्याचार की संज्ञा दी। रोहिणी आचार्य ने तो मर्यादा की तमाम हदें लांघते हुए सीधे प्रधानमंत्री मोदी को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की। उन्होंने अपनी गर्भवती भाभी को ढाल बनाकर सीबीआई/ईडी की जांच को गलत करार दिया। उन्होंने एक बाद एक कई ट्वीट किए।
सोशल मीडिया पर लालू की बेटी की ऐसे हुई फजीहत
हालांकि, लोगों ने रोहिणी आचार्य के आरोपों पर सवाल उठाए। सोशल मीडिया पर लोगों ने उनसे सवाल पूछने शुरु कर दिए कि क्या लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के लोगों ने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। कुछ लोग तो ये पूछते भी दिखे कि बिहार की बर्बादी में किसका योगदान सबसे ज़्यादा है। जबकि लोगों ने चारा घोटाले समेत भागलपुर दंगे जैसे तमाम वाकयों को आधार बनाते हुए रोहिणी आचार्य को ही कटघरे में खड़ा कर दिया।
लालू को याद आने लगा आपातकाल वाला दौर!
बिहार के पूर्व सीएम, चारा घोटाले के आरोपी और तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद यादव ने सुबह ट्वीट किया था और कहा था, “हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है। हमने वह लड़ाई भी लड़ी। आज मेरी बेटियों, छोटी पोतियों और गर्भवती बहू को भाजपा के ईडी ने आधारहीन प्रतिशोधी मामलों में 15 घंटे तक बैठाए रखा। क्या बीजेपी इतने निचले स्तर तक गिर जाएगी और हमारे साथ राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी?”संघीय एजेंसी ने हाल ही में RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से दिल्ली और पटना में पूछताछ की थी। अधिकारियों ने बताया कि यह मामला यादव परिवार और उसके सहयोगियों को सस्ती दरों पर जमीन के बदले में रेलवे में कथित तौर पर रोजगार देने से जुड़ा है।