खूंखार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी प्रिंस तेवतिया (Prince Tewatia) की दिल्ली की तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में हत्या कर दी गई है। जेल नंबर 3 में कथित तौर पर गैंगवार में उसकी हत्या कर दी गई। प्रिंस की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। उसके खिलाफ कम से कम 16 आपराधिक मामले दर्ज थे। 2010 से प्रिंस कथित रूप से आपराधिक गतिविधियों में शामिल था और उसके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में लूट, डकैती, हत्या और शस्त्र अधिनियम के मामले दर्ज थे।
पिता की वजह से जुर्म की दुनिया में आया प्रिंस ?
प्रिंसे तेवतिया को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था और तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। मारपीट के बाद 2008 में उनके खिलाफ पहला केस हुआ था। तेवतिया के पिता को एक युवक ने थप्पड़ मारा था, जिसकी बाद में तेवतिया ने हत्या कर दी थी। उसे अंबेडकरनगर पुलिस ने 2010 में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था।
खुद को नाबालिग साबित करना चाहता था प्रिंस
साल 2010 में गिरफ्तारी के बाद प्रिंस ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को नाबालिग साबित करने की कोशिश की थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक उसके खिलाफ साकेत थाने में फर्जीवाड़ा का मामला भी दर्ज किया गया था। कई आपराधिक मामलों में शामिल होने के बाद प्रिंस गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया था।
लॉरेंश बिश्नोई से पूछताछ के बीच प्रिंस की हत्या
बठिंडा जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को फायरिंग और जबरन वसूली के मामले में पूछताछ के लिए फरवरी में राजस्थान ले जाया गया था। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर लॉरेंस बिश्नोई ने कहा था कि हत्या की योजना गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने बनाई थी। मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को पंजाब के मनसा में हत्या कर दी गई थी।