प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड पूरा हो गया। इस मौके पर बॉलीवुड की नामचीन हस्तियों ने पीएम मोदी की मन का बात सुना और इसपर अपने दिल की बात कही। माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit), शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) और रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) जैसे कई बॉलीवुड (Bollywood) सेलेब्स ने रविवार को मुंबई (Mumbai) के राजभवन (Rajbhawan) में पीएम मोदी के मन की बात (Mann Ki Baat) के 100वें एपिसोड की स्क्रीनिंग में शिरकत की। इस अवसर पर बोलते हुए, अभिनेता माधुरी दीक्षित ने कहा कि, "वो (PM Modi) आम लोगों की समस्याओं को समझने के लिए समय निकाल रहे हैं। ये आश्चर्यजनक है। वो छोटे शहरों और गांवों में ऐसे लोगों तक पहुंच रहे हैं जो इस तरह के अच्छे काम कर रहे हैं और लोगों को इसके बारे में पता नहीं है। इसलिए वो ऐसे लोगों को सभी नागरिकों के सामने ला रहे हैं और उन्हें वैश्विक पहचान मिल रही है जो आश्चर्यजनक है। मुझे यकीन है कि ये बहुत सारे युवाओं को प्रेरित करने वाला है।"
अभिनेता शाहिद कपूर ने कहा कि, “मोदी जी लोगों से जुड़े रहना चाहते हैं, मुझे लगता है कि ये एक महान नेता की निशानी है। इतिहास के सभी महान नेता, चाहे वो राजा हों या प्रधानमंत्री, हमेशा लोगों से जुड़े रहे हैं। अपने मन की बात कहने और लोगों की बातें सुनने का, अपनी बात उन तक पहुँचाने का इससे गहरा कोई संबंध नहीं हो सकता। मैं बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा था कि मुझे यहाँ आमंत्रित किया गया।”
निर्देशक और निर्माता रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) ने कहा कि, “मुझे प्रेरणा मिली, अगर एक नेता हमें सही रास्ता दिखा सकता है, तो असंभव कुछ भी नहीं है। जब मैं देख रहा था तो मुझे लगा कि हम कितने भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ऐसा प्रेरणादायक नेता है जिसे लोग सुनते हैं। जिनसे वो प्रेरित हैं, जो बहुत दुर्लभ है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को ‘मन की बात’ की ऐतिहासिक 100वीं कड़ी में देश को संबोधित किया और कहा कि उनका रेडियो कार्यक्रम करोड़ों भारतीयों के ‘मन की बात’ और उनकी भावनाओं की अभिव्यक्ति है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें लोगों से हजारों पत्र और संदेश मिले और उन्हें पढ़ते समय भावनाओं से भर गए। उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर 2014 से शुरू हुए उनके मासिक रेडियो कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के लिए देश की जनता बधाई की पात्र है। मन की बात कार्यक्रम 3 अक्टूबर, 2014 को शुरू हुआ था। महिलाओं, युवाओं और किसानों जैसे कई सामाजिक समूहों को संबोधित करते हुए सरकार के नागरिक पहुंच कार्यक्रम का एक प्रमुख स्तंभ बन गया और इसने सामुदायिक कार्रवाई को बढ़ावा दिया है।