नीट (NEET) परीक्षार्थियों के लिए एक अच्छी खबर। अब देश में 50 नए मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही देश में मेडिकल कॉलेज की सीटों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल 1 लाख 7 हजार से ज्यादा सीटें भरी जानी हैं। 30 सरकारी और 20 निजी सहित इन 50 कॉलेजों को मिलाकर देश में अब मेडिकल कॉलेजों की संख्या 702 हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक तेलंगाना, राजस्थान, तमिलनाडु, ओडिशा, नागालैंड, महाराष्ट्र, असम, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है। ये कॉलेज नए सत्र से शुरू होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के अंडरग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (Undergraduate Medical Education Board) के निरीक्षण के दौरान, देश भर के 38 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता कथित तौर पर आवश्यक मानकों को पूरा नहीं करने के कारण रद्द कर दी गई थी। इसके अलावा, 102 मेडिकल कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। 38 कॉलेजों में से 24 कॉलेजों ने एनएमसी को आवेदन दिया है जबकि 6 ने अब स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क किया है। जिन कॉलेजों की मान्यता खत्म हो गई है, उन्हें कमियों और कमियों को दूर करने के बाद एक बार एनएमसी और फिर स्वास्थ्य मंत्रालय के पास अपील करने की अनुमति दी जाती है।
सरकारी आंकड़े 2014 के बाद से देश भर में मेडिकल स्कूलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार (Bharati Pravin Pawar) ने फरवरी में राज्यसभा में दिए बयाान में कहा था कि, 2014 में इनकी संख्या 387 थी, जो अब तक 654 हो गई है। इसके अलावा, एमबीबीएस सीटों की संख्या में 94 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 2014 से पहले 51,348 से अब तक 99,763, और स्नातकोत्तर सीटों की संख्या में 107 प्रतिशत की वृद्धि हुई।