बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता और फायरब्रान्ड नेता नूपुर शर्मा को हथियार रखने का लाइसेंस मिल गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें आत्मरक्षा के लिए हथियार का लाइसेंस मिला है। नूपुर शर्मा की ओर ने बंदूक के लाइसेंस के लिए अप्लाई किया गया था क्योंकि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।

पैगंबर पर की थी विवादित टिप्पणी
एक समाचार चैनल पर डिबेट के दौरान पिछले साल नूपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी की वजह से काफी हंगामा मचा था। देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया था। जबकि, इस विवाद के बाद BJP ने उन्हें पार्टी प्रवक्ता के पद से हटा दिया था। नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भारत के कई हिस्सों में हिंसक विरोध भी देखने को मिला था। यही नहीं हद तो तब हो गई थी जब नुपूर का समर्थन करने वालों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया गया। किसी का सिर कलम किया गया, तो किसी की गर्दन काट दी गई।

SC ने नुपुर शर्मा पर की थी सख्त टिप्पणी
हालांकि, नूपुर शर्मा ने बाद में अपना बयान वापस ले लिया था। उन्होंने कहा था कि उनका बयान किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं था। लेकिन, नूपुर शर्मा के खिलाफ जुलाई 2022 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से सख्त टिप्पणी की गई थी, और उन्हें पूरी घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। अगस्त 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियों पर ध्यान दिया और उनके खिलाफ सभी मामलों को जोड़ दिया ताकि उन्हें सभी संबंधित राज्यों में ना जाना पड़े जहां उनके खिलाफ केसेज़ चल रहे हैं। इस घटना के बाद बीजेपी ने भी नुपुर शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।