Thursday, December 26, 2024
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Pm Modi: ‘पांव के नीचे जमीन नहीं, फिर भी तुम्हे यकीन नहीं’, देखिए लोकसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष पर किए कितने तीखे पलटवार

एक दिन पहले राहुल गांधी ने अडानी मुद्दे पर सत्ता पक्ष को कटघरे में खड़ा किया था। राहुल गांधी ने अडानी और नरेंद्र मोदी के संबंधों पर सवाल किए थे। राहुल गांधी ने पूछ था कि, ये रिश्ता क्या कहलाता है, हर बड़ा कॉन्ट्रैक्ट अडानी ग्रुप को कैसे मिल जाता है। लेकिन, विपक्षी दलों खासतौर पर राहुल गांधी को भी इस बात का अंदेशा नहीं होगा कि पीएम मोदी जब बुधवार को संसद में आएंगे तो देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के अभिभाषण का स्वागत तो करेंगे ही, बल्कि कांग्रेस शासन के दौरान उन नाकामियों, भ्रष्टाचार की कहानियों का भी ज़िक्र करेंगे जिनसे सामना होने पर आज भी कांग्रेस आलाकमान दुविधा में पड़ जाती है। प्लास्टिक से बनी नीली जैकेट पहनकर लोकसभा में पहुंचे नरेंद्र मोदी ने गौतम अडानी का नाम लिए बगैर राहुल गांधी के एक-एक आरोप का अपने ही अंदाज़ में जबाव दिया। ना सिर्फ जवाब दिया बल्कि उसके साथ अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का उल्लेख भी किया।

राहुल गांधी पर राष्ट्रपति को अपमानित करने की आरोप

करीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण में पीएम मोदी ने सिलसिलेवार तरीके से कांग्रेस और विपक्ष को घेरा। उन्होंने सबसे पहले राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि…

”कल कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा इको सिस्टम उछल रहा था। समर्थक खुश होकर कह रहे थे। नींद भी अच्छी आई होगी, उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है, ये कह-कहकर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं”

पीएम मोदी यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक बार फिर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने राहुल गांधी पर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाया।

”एक बड़े नेता राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है। टीवी पर उनके बयानों से भीतर पड़ा हुआ नफरत का भाव बाहर आ गया। बाद में चिट्ठी लिखकर बचने की कोशिश की गई।”

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य पर सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी तंज़ कसा। उन्होंने कहा कि, सियासी सफर की शुरुआत में ही वो पूरे भारत का दौरा कर चुके हैं। भारत के लोगों की परेशानियों और उनके दुख से वाकिफ हैं। लेकिन, विपक्ष को चिंता इस बात की नहीं कि जनता क्या चाहती है। उसे तो इस बात का दुख है कि वो संसद में दूसरी तरफ (विपक्ष) में क्यों बैठे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर यात्रा पर कहा कि…

” तिरंगे से कुछ लोगों को शांति बिगड़ने का खतरा लगता था। वक्त देखिए और वक्त का मजा देखिए, अब वो भी तिरंगा यात्रा में शरीक हो गए। कुछ लोग टीवी में चमकने की कोशिश में लगे थे, उसी समय श्रीनगर में दशकों बाद थिएटर हाउसफुल चल रहे थे। आज हम सैकड़ों की तादाद में जम्मू-कश्मीर जा सकते हैं। कई दशकों के बाद पर्यटन के कई रिकॉर्ड तोड़े हैं।”

उन्होंने लाल चौक पर झंडा फहराने की अपनी कहानी भी बताई। उन्होंने बताया कि कैसे आतंकियों ने उन्हें झंडा ना फहराने को लेकर चेतावनी दी थी। लेकिन, तब उन्होंने कहा था कि झंडा फहराकर रहेंगे, देखते हैं किसमें कितना दम है।

” मैंने भी लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। तब आतंकियों ने पोस्टर लगाया था , देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पाया है। मैंने जम्मू की भरी सभा में कहा था, आतंकवादी कान खोल कर सुन लें.. 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक आऊंगा। फैसला लालचौक पर होगा कि किसने अपनी मां का दूध पीया है। आज तो शांति आई है। सैंकड़ों की तादाद में जा सकते हैं। मुझे खुशी है आज वहां थिएटर हाउस फुल चल रहे हैं।”

भाषण में PM मोदी ने पढ़ी कविता और सुनाया शेर

नरेंद्र मोदी के मुताबिक देश तेजी से विकास कर रहा है। लोगों में विश्वास है कि 2047 तक हम विकसित देश बन जाएंगे। लेकिन, उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, कुछ लोग निराशा में डूबे हुए हैं। उन्होंने काका हाथरसी की कविता पढ़ी। ”आगा पीछा देखकर क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन।”

पीएम मोदी ने कहा कि, बीते वर्षों में हार्वर्ड में स्टडी हुई है। उसका टॉपिक था, द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। उन्होंने कहा कि, भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड ही नहीं, बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में अध्ययन होगा। इस पर उन्होंने दुष्यंत कुमार की कविता पढ़ी। ”तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं।”

कांग्रेसकाल के घोटालों का PM ने किया ज़िक्र

”UPA के 10 साल में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। 2004 से 2014 तक UPA ने हर मौके को मुसीबत में बदल दिया। जब टेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन का युग बढ़ रहा था, उसी समय ये 2G में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा के दौरान ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे।”

”2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए। तब CWG घोटाले में देश दुनिया में बदनाम हो गया। सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के लिए हुई, तब कोयला घोटाला चर्चा में आ गया। 2008 के आतंकी हमले को कोई भूल नहीं सकता है। 10 साल तक देश आतंकवाद से जूझता रहा।”

सरकार की कामयाबी पर क्या बोले मोदी

  • 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन
  • 11 करोड़ बहनों को इज्जत घर (टॉयलेट)
  • 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन
  • 8 करोड़ परिवारों को नल से जल
  • 2 करोड़ परिवारों को आयुष्मान योजना
  • 9 करोड़ बहनों को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा

इन आंकड़ों का जिक्र करते वक्त पीएम मोदी ने लभार्थियों को कांग्रेस पर वार करने का हथियार बना लिया। उन्होंने कहा कि…

”माताएं तुम्हारी गालियों को कैसे स्वीकार करेगी। तुम्हारे झूठ को कैसे बर्दाश्त करेंगी। मुसीबत के समय मोदी काम आया है। जनता का आशीर्वाद मेरा सुरक्षा कवच है। झूठ के शस्त्रों से इसे भेदा नहीं जा सकता। समाज के वंचित वर्ग को वरीयता के संकल्प के साथ हम जी रहे हैं। दलितों-आदिवासियों के लिए काम कर रहे हैं।”

संसद के बाहर राहुल गांधी ने फिर पूछे सवाल

नरेंद्र मोदी ने दलितों और वंचितों का जिक्र करते हुए सबको साधने की कोशिश की। जबकि इस कोशिश में मिडिल क्लास पर भी अपना फोकस रखा। हालांकि, विपक्षी दल बीच-बीच में शोर मचाते रहे। एक बार तो वॉकआउट करते भी नज़र आए। लेकिन, जब मोदी बोलना शुरु हुए तो वो भी शांत बैठ गए। राहुल गांधी ने संसद से बाहर निकलने के बाद कहा कि, PM ने मेरे एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। उनके बयान से समझ आ गया है कि वे अडाणी को बचा रहे हैं। इसके पीछे कई सारे कारण हैं। मैंने बहुत आसान सवाल पूछे थे, लेकिन किसी का जवाब नहीं मिला। मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इससे सच्चाई उजागर हो रही है


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