मौका राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का था, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे मोदी सरकार को घेरने के लिए इस्तेमाल कर लिया। राहुल गांधी ने अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी और पीएम मोदी के संबंधों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी की वजह से गौतम अडानी दुनिया के टॉप-10 अमीरों की लिस्ट में शामिल हो गए। राहुल गांधी ने कहा कि 2014 तक गौतम अडानी का नाम सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में 609वें नंबर पर था, लेकिन 2022 आते-आते वो इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए।
राहुल गांधी के सवाल, संसद में बवाल
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने ये भी सवाल किया कि 2014 और 2022 के बीच अडानी की कुल संपत्ति 8 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 140 बिलियन अमरीकी डालर कैसे हो गई। उन्होंने दावा किया कि पीएम के साथ अडानी का रिश्ता कई साल पहले शुरू हुआ था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। राहुल गांधी ने कहा कि,
” एक व्यक्ति पीएम मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था, वो पीएम के प्रति वफादार था और उसने श्री मोदी को एक विकसित गुजरात के विचार का निर्माण करने में मदद की। लेकिन, असली जादू तब शुरू हुआ जब 2014 में पीएम मोदी दिल्ली पहुंचे’
राहुल गांधी ने सरकार से सवाल पूछा कि…
- अडानी जी के साथ पीएम मोदी कितनी बार एक साथ (विदेश यात्रा पर) यात्रा की?
- अडानी जी बाद में आपकी विदेश यात्रा में कितनी बार शामिल हुए?
- विदेश में आपके उतरने के बाद वो कितनी बार आपके पास पहुंचे?
- अडानी जी को आपके विदेश दौरे के बाद कितनी बार विदेश में ठेका मिला है?
राहुल गांधी ने मुंबई एयरपोर्ट को लेकर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र ने अडानी के पक्ष में नियमों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और कहा कि जिन लोगों को हवाई अड्डों का कोई पूर्व अनुभव नहीं है, उन्हें हवाई अड्डों के विकास में शामिल किया गया। गांधी ने कहा, ‘इस नियम को बदल दिया गया और अडानी को 6 हवाई अड्डे दिए गए। उसके बाद भारत के सबसे लाभदायक हवाई अड्डे ‘मुंबई एयरपोर्ट’ को GVK से सीबीआई, ईडी जैसी एजेंसियों का उपयोग करके अपहरण कर लिया गया और भारत सरकार द्वारा अडानी को दे दिया गया।’
राहुल बोले…’पीएम के विदेश दौरों से अडानी को फायदा’
राहुल गांधी ने डिफेंस सेक्टर नें अडानी ग्रुप की एंट्री पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, डिफेंस में अडानी का जीरो एक्सपीरियंस था। लेकिन, इसके बावजूद उन्हें अहम कॉन्ट्रैक्ट मिलते रहे। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों से भी जोड़ा और उनके चार देशों के दौरों पर सवाल उठाए।
इजराइल दौरा – राहुल गांधी के मुताबिक मोदी इजराइल दौरे पर गए, और फिर अडानी को कन्ट्रैक्ट मिल गया। उन्होंने कहा कि, ‘अडानी को जादू से मेंटेनेंस का कॉन्ट्रैक्ट, इजराइली ड्रोन और छोटे हथियारों का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया। भारत-इजराइल का डिफेंस बिजनेस 90% अडानी जी ले गए।’
ऑस्ट्रेलिया दौरा – राहुल गांधी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया गए और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 1 बिलियन डॉलर का लोन अडानी ले गए।
बांग्लादेश दौरा – राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे का भी ज़िक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि, पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे के बाद बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड ने अडानी ग्रुप के साथ 25 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया।
श्रीलंका दौरा – राहुल ने कहा कि, जून 2022 में इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के चेयरमैन ने श्रीलंका की संसद में बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे ने उनसे कहा था कि मोदी जी ने उन पर दबाव डाला था कि अडानी को विंड पावर प्रोजेक्ट दे दिया जाए।
राहुल के आरोपों पर बीजेपी का हल्ला बोल
राहुल गांधी ने अडानी पर बोलना जारी रखा तो बीजेपी सांसदों ने उनका विरोध किया। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि वो “बेतुके आरोप” ना लगाएं और अपने दावों का सबूत पेश करें। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बाद में राहुल गांधी से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। उन्होंने पीएम मोदी और अडानी की कथित निकटता को उजागर करने के लिए बिजनेस टाइकून के विमान में अडानी के साथ पीएम मोदी की तस्वीर प्रदर्शित करने को गलत ठहराया। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी संसद के नियमों का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया।