प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के दौसा में महत्वाकांक्षी दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे के पहले चरण का उद्घाटन किया। एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय पांच घंटे से घटकर लगभग साढ़े तीन घंटे हो जाएगा। इससे पूरे क्षेत्र में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है। पीएम मोदी ने कहा कि…
''पिछले 9 वर्षों से, केंद्र सरकार लगातार बुनियादी ढांचे में भारी निवेश कर रही है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान और देश के लिए प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने जा रहे हैं।''
पीएम मोदी ने 18,100 करोड़ रुपये से अधिक की सड़क विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। 220 किलोमीटर लंबी दिल्ली-जयपुर यात्रा के लिए टोल टैक्स 35 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से 70 रुपये है।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड के उद्घाटन के मौके पर पूर्वी राजस्थान के दौसा के धनावर गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रिमोट का बटन दबाया। समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और अन्य नेता मंच पर मौजूद थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वीडियो लिंक के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया।
‘देश के विकास का आधार बनेगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे’
भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) का पहला चरण चुनावी वर्ष से ठीक पहले जनता के लिए खोला गया। भव्य एक्सप्रेसवे से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से वित्तीय राजधानी मुंबई तक की यात्रा केवल 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी। 8 लेन चौड़ा और लगभग 1,400 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेसवे एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है। ये 12 लेन को समायोजित करने के लिए विस्तार योग्य है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य गुजरात से महाराष्ट्र तक भारत के 5 प्रमुख राज्यों को जोड़ना है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की विशेषताएं - इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन - हेलीपैड, ट्रॉमा सेंटर - इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए समर्पित लेन - एशिया का पहला राजमार्ग जिसमें पशु ओवरपास और वन्यजीव क्रॉसिंग - दुर्घटना या आपात स्थिति के मामले में सहायता के लिए हर 2km पर SoS स्टेशन - सभी वाहनों के लिए 120 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड - हर साल लगभग 300 मिलियन लीटर ईंधन की बचत - 800 मिलियन किलोग्राम CO2 उत्सर्जन से बचा जा सकता है
एक्सप्रेसवे 93 पीएम गति शक्ति इकोनॉमिक नोड्स, 13 बंदरगाहों, 8 प्रमुख हवाई अड्डों और 8 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLPs) के साथ-साथ जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे और जेएनपीटी बंदरगाह जैसे नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के लिए भी काम करेगा। पूरे राजमार्ग में स्वचालित टोल बूथ हैं, और टोल टैक्स केवल एक बार काटा जाएगा। इसकी गणना राजमार्ग में प्रवेश करने से लेकर बाहर निकलने के समय तक की जाएगी।