मणिपुर (Manipur) में महिलाओं को निवस्त्र घुमाने के वीडियो (Videos of women walking naked) पर बवाल मचा हुआ है। पीएम मोदी (PM Modi ) ने इस वीडियो पर कड़ी नाराजगी जताई। मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी पत्रकारों से रूबरू हुए और कई मुद्दों पर बात की। मणिपुर की घटना पर पीएम मोदी काफी सख्त नजर आए और मुख्यमंत्रियों को कड़ी नसीहत दी। पीएम ने कहा कि मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ (heartbroken and angry) है। ये घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है। मणिपुर (Manipur) में जो हुआ है वो बेहद शर्मनाक (extremely embarrassing) है। पीएम ने कहा कि इस घटना को लेकर मैं आपको आश्वासन देता हूं कि जो भी दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
पीएम बोले-कुछ पापियों की वजह से पूरा देश शर्मसार हो रहा
पीएम मोदी ने कहा कि पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। इससे 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। पीएम ने कहा सभी मुख्यमंत्री अपने राज्य में कानून व्यवस्था (Law and order) को और मजबूत करें। खासकर अपनी माताओं बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं। पीएम मोदी ने कहा कि घटना चाहे राजस्थान की हो, घटना चाहे छत्तीसगढ़ की हो चाहे मणिपुर की हो। देश में, हिंदुस्तान के किसी भी कोने में, किसी भी सरकार में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था का महात्मय, नारी का सम्मान जरूरी है।
चीफ जस्टिस ने भी मणिपुर घटना पर उठाया सवाल
मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने वाले वीडियो पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीफ जस्टिस ने कहा कि मणिपुर की घटना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ये संविधान और मानवाधिकारों का सबसे बड़ा उल्लंघन (biggest violation of constitution and human rights) है। चीफ जस्टिस ने इस मामले में स़़ॉलिसिटर जनरल (solicitor general) और अटॉर्नी जनरल (attorney general) को कोर्ट में पेश होने को कहा है। मणिपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) शुक्रवार को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने मणिपुर की इस घटना (Manipur incident) का स्वत संज्ञान लिया है।