पीएम मोदी (PM Modi) मंगलवार को अपने अमेरिका (America) दौरे पर रवाना हो गए हैं। इस बीच एक प्रमुख अमेरिकी अखबार (American Newspaper) ने पीएम मोदी का एक इंटरव्यू प्रकाशित किया है। जिसमें पीएम मोदी ने चीन (China), रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के साथ-साथ भारत और अमेरिका के रिश्तों (India and America relation) पर खुलकर बातचीत की है।
‘रूस-यूक्रेन युद्ध पर हम तटस्थ नहीं शांति के पक्षधर’
अमेरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने पीएम मोदी का इंटरव्यू लिया। नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास में ये इंटरव्यू करीब 1 घंटे चला। इस दौरान पीएम मोदी से रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के तटस्थ (Neutral) रुख पर भी सवाल किया गया। जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ खड़े हैं लेकिन हम तटस्थ (Neutral) नहीं बल्कि सिर्फ शांति के पक्षधर (Supporters of Peace) हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि ये धारणा अमेरिका के सभी लोगों की है। भारत के रुख को पूरी दुनिया बड़े अच्छे से समझती है। दुनिया को भरोसा है कि भारत की सबसे बड़ी प्राथमिकता शांति है। उन्होंने कहा कि चाहे वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) हों या यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky)। मैंने कई मौकों पर उनसे बात की है। हाल ही में जापान में आयोजित जी-7 शिखर सम्मलेन के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की। पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी मतभेद को बातचीत और कूटनीति से हल किया जाना चाहिए न कि युद्ध से। सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए।
पीएम मोदी बोले ‘अब ये भारत का वक्त है’
अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि अब ये भारत का वक्त है, भारत का समय आ गया है (India’s time has come)। वैश्विक राजनीति में भारत की भूमिका बढ़ रही है। विश्व की अर्थव्यवस्था में भी भारत का योगदान बढ़ा है। अब भारत का समय आ गया है। वैश्विक मंच पर भारत बड़ी भूमिका का हकदार है। हालांकि उन्होंने ये भी साफ किया कि हम भारत को किसी देश की जगह लेने के रूप में नहीं देखते, हमारा मानना है कि भारत विश्व में अपनी सही जगह हासिल कर रहा है। मैं अपने देश को दुनिया के सामने वैसे ही पेश करता हूं जैसे मेरा देश है और खुद को भी वैसा ही पेश करता हूं जैसा मैं हूं।
अमेरिका से रिश्तों पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर कहा कि दोनों देशों के रिश्ते पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुए हैं। अमेरिका और भारत के नेताओं के बीच एक अभूतपूर्व विश्वास है। पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमारी साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है।
चीन के साथ रिश्ते पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को लिए सीमा पर शांति होनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता, कानून का पालन करने, मतभेद और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में भरोसा रखते हैं। भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है।