Supriya vs Kangana: कंगना रनौत ने सुप्रिया श्रीनेत को धो डाला। हिमाचल के ‘मंडी’ का भाव पूछने वाली कांग्रेस नेता हुई परेशान। जानिए कैसे पत्रकारिता से नेतागीरी में आईं महाराजगंज की सुप्रिया
अब इसे कांग्रेस (Congress) की खिसियाहट कहें, झुंझलाहट कहें, बीजेपी (BJP) के हाथों लगातार मिलती शिकस्त कहें या राजनीति का लगातार गिरता स्तर। कांग्रेस के नेता भाषा की मर्यादा भूलते जा रहे हैं। कभी कोई कांग्रेसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयान देता नज़र आता है, तो कभी कोई बीजेपी के दूसरे नेताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करता दिखता है। व्यक्तिगत टिप्पणी करने में कांग्रेस के नेता बेलगाम होते जा रहे हैं। हालात ये हैं कि अब कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ बोलने और पार्टी की ओर से दलील देने के लिए ऐसे लोगों को खुली छूट भी दे दी है, जो लोग टीवी चैनलों पर आकर गली-नुक्कड़ की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। यही नहीं कांग्रेस के ये प्रवक्ता भाषा की मर्यादा को भूलकर अनाप-शनाप बातें करते नज़र आते हैं। कांग्रेस का एक प्रवक्ता एंकरों और राजनीतिक विश्लेषकों को सत्ता के दलाल की उपमा देता दिखता है, तो दूसरा प्रवक्ता सत्ता पक्ष के प्रवक्ताओं को गाली देने से भी बाज़ नहीं आता।
कांग्रेसी प्रवक्ताओं की लिस्ट में सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) का नाम आजकल सबसे आगे होता है। वो मुखर तरीके से अपनी पार्टी का पक्ष रखती हैं। वो राहुल गांधी और सोनियां गांधी के बचाव में बीजेपी के प्रवक्ताओं से उलझ भी जाती हैं। लेकिन, यही सुप्रिया श्रीनेत अपनी भाषा को लेकर कुख्यात हैं। तथाकथित निष्पक्ष पत्रकार से कांग्रेस की नेता बनीं सुप्रिया श्रीनेत को उनके साथी पेनलिस्ट (बीजेपी के प्रवक्ता) गाली वाली बाई कहकर भी बुलाते हैं। गंध मचाने वाले डिबेट शो देखने वाले दर्शक भी सु्प्रिया को बखूबी पहचानते हैं। जब ये कांग्रेस की ओर से टीवी चैनल पर बोलती हैं तो इनकी भाषा को लेकर कमेंट बॉक्स भर जाता है। लेकिन, मैडम को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फर्क पड़ता होता तो ये अपनी ज़ुबान पर लगाम लगातीं। लेकिन, बड़बोलापन कहिए या राष्ट्रीय पार्टी की प्रवक्ता होने की हेकड़ी, इन्होंने विपक्ष की एक महिला नेता के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जिसे सभ्य समाज कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत को लेकर द्विअर्थी बात कही। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने एक पोस्ट में बीजेपी नेता और अभिनेत्री कंगना रनौत की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि, ''क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?''
कांग्रेस नेता सुप्रिया को कंगना ने करारा जवाब दिया
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की कंगना रनौत को लेकर की गई टिप्पणी पर सियासी बवाल मच गया है। बीजेपी के नेता पूछ रहे हैं जो कांग्रेस मोहब्बत की दुकान और लड़की हूं, लड़ सकती हूं जैसे नारे गढ़ती है, वो एक महिला के खिलाफ ऐसी अमर्यादित और ईर्ष्या से भरा बयान कैसे दे सकती है। सवाल राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से पूछे जा रहे हैं। बीजेपी नेता अमित मालवीय से लेकर स्मृति ईरानी, शहजाद पूनावाला और कई दूसरे नेता सुप्रिया श्रीनेत को घेरते नज़र आ रहे हैं। तो वहीं सु्प्रिया श्रीनेत की बेहद भद्दी और अपमानजनक टिप्पणी पर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने सधे शब्दों में जवाब दिया। कंगना ने एक्स पर लिखा कि, ''प्रिय सुप्रिया जी, एक कलाकार के रूप में मैंने बीते 20 वर्षों के कैरियर में हर तरह की महिला की भूमिका निभाई- क्वीन में बेहद भोली लड़की से लेकर धाकड़ में एक मोहक जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में एक दुष्टात्मा तक और रज्जो में एक वेश्या से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक।' वो आगे लिखती हैं, 'हमें अपनी बेटियों को पूर्वग्रहों की बेड़ियों से मुक्त करना ही चाहिए, हमें उनके शारीरिक अंगों के प्रति उत्सुकता प्रदर्शित करने से ऊपर उठना ही होगा और सबसे बड़ी बात कि हमें वेश्याओं की चुनौतीपूर्ण जिंदगियों या कठिन परिस्थितियों को किसी तरह के हीनता भाव या बदनामी की नजर से देखने से बचना होगा, हर महिला सम्मान की हकदार है।''
खुद को घिरता देख सफाई देने लगीं सुप्रिया श्रीनेत
इंस्टाग्राम पर विवादित पोस्ट को लेकर कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर है। तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पहले तो भद्दी टिप्पणी वाली पोस्ट को डिलीट किया और फिर सफाने देने में जुट गईं। सुप्रिया श्रीनेत का कहना है कि, किसी ने उनका एकाउंट हैक कर लिया था। उन्होंने कहा कि, 'मेरे मेटा अकाउंट तक पहुंच रखने वाले किसी व्यक्ति ने एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट पोस्ट की, जिसे हटा दिया गया है। जो कोई भी मुझे जानता है वो जानता होगा कि, मैं किसी महिला के लिए ऐसा कभी नहीं कहूंगा। हालांकि मुझे अभी पता चला है कि मेरे नाम का दुरुपयोग करने वाला एक पैरोडी अकाउंट ट्विटर पर चलाया जा रहा है (@सुप्रियापैरोडी) जिसने पूरी शरारत शुरू की, और रिपोर्ट की जा रही है।'' लेकिन, लगता नहीं कि इस बार सुप्रिया श्रीनेत की ये सफाई काम आएगी। मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं कंगना रनौत के लिए बीजेपी मैदान में कूद पड़ी है। तो वहीं कंगना पर सुप्रिया श्रीनेत की आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर महिला आयोग ने चुनाव आयोग से शिकायत कर श्रीनेत के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। लेकिन, सवाल ये है कि क्या कांग्रेस आलाकमान भी सुप्रिया श्रीनेत जैसे अपने बड़बोले नेताओं पर कार्रवाई करेगा? क्या मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल, सोनिया और प्रियंका गांधी सख्त ऐक्शन लेकर नज़ीर पेश करेंगे?
विवादित बयान देने वाली सुप्रिया श्रीनेत कैसे बनीं नेता?
सुप्रिया श्रीनेत का जन्म 27 अक्टूबर 1977 को हुआ। श्रीनेत ने 18 साल तक पत्रकार के तौर पर काम किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंडिया टुडे से की। बाद में वो सहायक संपादक के रूप में एनडीटीवी से जुड़ गईं। जब वो सक्रिय राजनीति में शामिल हुईं तो टाइम्स ग्रुप के ईटी नाउ में कार्यकारी संपादक के रूप में काम कर रही थीं। वो फिलहाल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्यरत हैं । उन्होंने महाराजगंज निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का भारतीय आम चुनाव (लोकसभा चुनाव) लड़ा और हार गईं। पूर्व सांसद हर्षवर्धन की बेटी सुप्रिया श्रीनेत को उनके पिता का नाम भी जीत नहीं दिला सका। महराजगंज लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी पंकज चौधरी जीत दर्ज की। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सुप्रिया श्रीनेत को सिर्फ 72516 मत मिले थे। सुप्रिया अपने पिता की राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर खुद को साबित करने में जुटी हुई हैं। लेकिन, मुश्किल ये है कि भारत की जनता का कहीं ना कहीं परिवारवाद से मोह भंग होता जा रहा है।