Violence in Haryana’s Nuh: मुस्लिम बहुल नूंह में हिंसा के विरोध में हिन्दू संगठन, जानिए बजरंग दल और VHP ने ऐसा क्या ऐलान किया कि सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
मुस्लिम बहुसंख्यक हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में VHP की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा (Violence during Braj Mandal Yatra) में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को भड़की हिंसा के बाद दो दिन बाद भी नूंह में कर्फ्यू (curfew in nuh) लगा हुआ है। अबतक नूंह में हुई हिंसा मामले में 26 FIR दर्ज की गई हैं, जबकि 116 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है। गुरुग्राम में भी 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। हरियाणा सरकार (Government of Haryana) ने हिंसा की जांच (violence investigation) के लिए SIT बनाई है और दोषियों को दबोचने की कोशिश की जा रही है। जबकि, नूंह, पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, रेवाड़ी, सोनीपत और पानीपत समेत 9 ज़िलों में धारा 144 लागू है। हरियाणा में पुलिस की 30 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियों को भी तैनाती की जा चुकी है।
नूंह की हिंसा के विरोध (against the violence of Nuh) में बजरंग दल (Bajrang Dal) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली-NCR के 23 इलाकों में रैलियां करने का ऐलान (announcement of rallies) किया। कई इलाकों में प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं। लेकिन, इन रैलियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका (Petition in Supreme Court to stop rallies) दायर की गई। जिसपर कोर्ट ने रैलियां रोकने का आदेश तो नहीं दिया। लेकिन, ये ज़रूर कहा कि रैलियों के दौरान हेट स्पीच (hate speech) और हिंसा ( violence) ना हो, इसके पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने संवेदनशील इलाकों में CCTV लगाने, उनके फुटेज संभाल कर रखने और ज़रूरत पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती का आदेश भी दिया।
नूंह में हुई हिंसा की आंच देश की राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम तक पहुंच गई थी। सोमवार रात और मंगलवार को गुरुग्राम, सोहना, बादशाहपुर, बसई रोड में आगजनी, तोड़फोड़ और गोलीबारी के मामले सामने आए। जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने 15 एफआईआर दर्ज कीं। गुरुग्राम हिंसा मामले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। जबकि, 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। गुरुग्राम में हिंसा की आग दोबारा ना धधके, इसके लिए पांच हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
नूंह हिंसा के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने कहा कि, ''सरकार हर आदमी को सुरक्षा नहीं दे सकती। इसके लिए हमें माहौल को सुधारना पड़ेगा, हर व्यक्ति की सुरक्षा ना पुलिस कर सकती है, ना ही सेना कर सकती है। इसके लिए सामाजिक सद्भाव ठीक करना पड़ेगा।'' वहीं हिंसा के लिए आलोचना झेल रहे हरियाणा की सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है। खट्टर ने कहा कि, ''निजी संपत्ति को जिन लोगों ने नुकसान पहुंचाया है वही इसकी भरपाई के लिए उत्तरदायी होंगे।''