Saturday, September 7, 2024
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Why congress lashed out at Sharad Pawar: 2024 लोकसभा चुनाव से पहली टूटी कांग्रेस और एनसीपी की दोस्ती? जानिए कौन सा मुद्दा बना दुश्मनी की वजह?

NCP के वरिष्ठ नेता शरद पवार के ये कहने के एक दिन बाद कि वो अडानी जैसे उद्योगपतियों पर हमला करने की कांग्रेस पार्टी की रणनीति से सहमत नहीं हैं, कांग्रेस नेताओं ने शरद पवार पर सीधा हमला शुरु कर दिया। आज कांग्रेस नेता अलका लांबा ने शरद पवार पर गौतम अडानी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें डरा हुआ और लालची बताया। दिल्ली कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने ट्वीट किया कि, “आज डरे हुए- लालची लोग अपने निजी हितों के कारण तानाशाही सत्ता का गुणगान कर रहे हैं, केवल एक राहुल गांधी देश के लोगों की लड़ाई लड़ रहे हैं, पूंजीवादी चोरों और चोरों को बचाने वाले चौकीदार के खिलाफ।”

कांग्रेस नेता अलका लांबा का ट्वीट

अलका लांबा ने एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें शरद पवार और गौतम अडानी एक घर की बालकनी पर एक साथ बैठे नजर आ रहे हैं। ये तस्वीर 2014 की है, जहां शरद पवार ने राजस्थान के माउंट आबू में अडानी के बंगले में अडानी से मुलाकात की थी। पवार तीन दिनों तक अडानी के घर पर ‘गुप्त बातचीत’ के दौरान रुके थे, जिससे मीडिया और राजनीतिक हलकों में बड़े पैमाने पर अटकलें लगाई गई थीं। उनसे मुलाकात ने कांग्रेस पार्टी के लिए भी शर्मिंदगी पैदा कर दी थी, क्योंकि वो NCP की गठबंधन सहयोगी थी और अडानी पर हमला कर रही थी। दूर से ली गई तस्वीर को ब्रिटेन स्थित DAILY MAIL ने जुलाई 2014 में प्रकाशित किया था।

कथित रूप से 2014 की तस्वीर, सफेद कपड़ों में शरद पवार और उनके बगल में बैठे गौतम अडानी

शरद पवार ने अडानी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर किया था वार

अलका लांबा की के ट्वीट और कांग्रेस की नाराजगी की वजह शरद पवार द्वारा एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू को लेकर है। इस इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा था कि उन्हें लगता है कि अडानी समूह को निशाना बनाया गया है।

''इस तरह के बयान पहले भी अन्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए थे और कुछ दिनों तक संसद में हंगामा हुआ था, लेकिन इस बार इस मुद्दे को बहुत ज़्यादा महत्व दिया गया था। जो मुद्दे रखे गए, उन्हें किसने रखा, हमने बयान देने वाले इन लोगों के बारे में कभी नहीं सुना था, पृष्ठभूमि क्या है। जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो देश भर में हंगामा पैदा करते हैं, तो इसकी कीमत देश की अर्थव्यवस्था वहन करती है, हम इन चीजों की उपेक्षा नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि इसे निशाना बनाया गया था। देश के एक औद्योगिक समूह को निशाना बनाया गया, ऐसा लगता है। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है, तो जांच होनी चाहिए।''  - एक टीवी चैनल पर दिया गया शरद पवार का बयान
एनसीपी प्रमुख शरद पवार

शरद पवार ने अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की जेपीसी जांच की मांग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की समिति द्वारा जांच अधिक विश्वसनीय है। उन्होंने कहा, ‘अगर संसदीय समिति नियुक्त की जाती है तो निगरानी सत्तारूढ़ दल के पास होती है। ये मांग सत्ताधारी दल के खिलाफ थी, और अगर जांच के लिए नियुक्त समिति के पास सत्तारूढ़ पार्टी का बहुमत है, तो सच्चाई कैसे सामने आएगी, ये एक वैध चिंता है।’

BJP ने ली कांग्रेस की चुटकी, कहा.. पवार ने कराया सच से सामना

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा विपक्ष को बर्खास्त करने, विशेष रूप से अडानी समूह की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जांच की कांग्रेस की मांग पर प्रतिक्रिया दी। बीजेपी नेता और आईटी सेल के पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने पोस्ट किया, “एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस को बस के नीचे फेंक दिया, कहा कि,”सुप्रीम कोर्ट द्वारा अडानी मुद्दे की जांच के लिए एक समिति की घोषणा के बाद, जेपीसी की मांग अप्रासंगिक है। कांग्रेस के सहयोगी दलों ने राहुल गांधी के विचारों को एक-एक करके खारिज कर दिया। इससे पहले उद्धव गुट ने सावरकर पर निशाना साधा था।”

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