वायरस विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने गुरुवार को कहा कि उन्हें चीन के वुहान के एक बाजार से आनुवंशिक डेटा मिला है। गौर करने वाली बात ये है कि डेटा रैकून कुत्तों से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि रैकून कुत्तों को अवैध तरीके से वुहान के मीट मार्केट में बेचा जा रहा था। लेकिन रैकून कुत्ते (RACCOON DOG) संक्रमित थे जिसकी वजह से कोरोनावायरस तेज़ी से फैला और लाखों लोगों की जान ले ली।
आनुवंशिक डेटा जनवरी 2020 में शुरू होने वाले हुआनन सीफूड थोक बाजार (Huanan Seafood Wholesale Market) में और उसके आसपास से लिए गए स्वैब से लिया गया था। डेटा लिए जाने के तुरंत बाद चीनी अधिकारियों ने बाजार को बंद कर दिया था क्योंकि संदेह था कि ये एक नए वायरस के प्रकोप से जुड़ा था। तब तक जानवरों को भी साफ कर दिया गया था। लेकिन शोधकर्ताओं ने दीवारों, फर्श, धातु के पिंजरों और गाड़ियों के स्वैब लिए जिनमें जानवरों को लाया ले जाया जाता था।
विश्लेषण में शामिल तीन वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए नमूनों में अंतरराष्ट्रीय शोध दल ने जानवरों से संबंधित आनुवंशिक सामग्री पाई, जो बड़ी मात्रा में रैकून कुत्ते से मेल खाता था। हालांकि, वायरस और जानवर से आनुवंशिक सामग्री का एक साथ जुड़ना ये साबित नहीं करता है कि एक रैकून कुत्ता स्वयं संक्रमित था। अगर एक रैकून कुत्ता संक्रमित हो भी गया था, तो ये स्पष्ट नहीं होगा कि जानवर ने लोगों में वायरस फैलाया था। संभावना है कि किसी दूसरे जानवर के वायरस ने लोगों को संक्रमित किया हो, या वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति से रैकून कुत्ता संक्रमित हो गया हो।
तीनों वैज्ञानिकों ने कहा कि विश्लेषण से ये साबित हुआ है कि रैकून कुत्तों के जेनेटिक सिग्नेचर वहीं मिले थे जहां वायरस से आनुवंशिक सामग्री बची थी। उन्होंने कहा कि ये इस बात का सबूत की वायरस एक जंगली जानवर से मनुष्यों में फैला था। अंतर्राष्ट्रीय शोध दल के निष्कर्षों के पूर्ण विवरण के साथ रिपोर्ट अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है। उनके विश्लेषण को पहली बार अटलांटिक द्वारा रिपोर्ट किया गया था। नए सबूत निश्चित रूप से कोरोना महामारी की उत्पत्ति पर बहस को एक नई दिशा देंगे, क्योंकि अभी तक इसी बात पर पूरी दुनिया यकीन कर रही थी कोरोनावायरस वुहान लैब से निकला था।
*एक अंतरराष्ट्रीय टीम जिसमें एरिजोना विश्वविद्यालय में एक विकासवादी जीवविज्ञानी माइकल वोरोबे, क्रिस्टियन एंडरसन, कैलिफोर्निया में स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक वायरोलॉजिस्ट और सिडनी विश्वविद्यालय में एक जीवविज्ञानी एडवर्ड होम्स ने पिछले हफ्ते नए आनुवंशिक डेटा पर रिसर्च शुरु किया है