अडानी समूह के सात शेयरों में आज बड़ा उछाल आया। इनमें से कुछ ने ऊपरी सर्किट को छू लिया। आज तीसरा दिन है जब हिंडनबर्ग के अडानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट जारी करने के बाद से समूह ने शेयरों में बढ़त हासिल की है। दरअसल, गुरुवार को अडानी परिवार ने अपने ट्रस्ट के माध्यम से समूह की 4 कंपनियों में अपनी 15,446 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी अमेरिका स्थित निवेश फर्म GQG पार्टनर्स को बेच दी है।
GQG पार्टनर्स ने अडानी ट्रांसमिशन के 88 लाख शेयर ₹668.4 प्रति शेयर, अडानी एंटरप्राइजेज के 90 लाख शेयर ₹1,408.25 प्रति शेयर, अडानी पोर्ट्स के 2.04 करोड़ शेयर ₹596.2 प्रति शेयर, अडानी ग्रीन एनर्जी के 1.38 करोड़ शेयर ₹504.60 प्रति शेयर की दर पर खरीदे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि GQG पार्टनर्स के साथ अडानी समूह का सौदा संकटग्रस्त गौतम अडानी की कंपनियों को कुछ विश्वसनीयता प्रदान कर सकता है और साथ ही पैसे भी ला सकता है। अमेरिका स्थित रिसर्च फर्म द्वारा रिपोर्ट जारी किए जाने के बाद से समूह निवेशकों को शांत करने की कोशिश कर रहा है।
GQG कंपनी के चेयरमैन भारतीय मूल के राजीव जैन हैं। उन्होंने साल 2016 में GQG पार्टनर्स की शुरुआत की थी। ये फर्म ऑस्ट्रेलिया में रजिस्टर्ड है। GQG पार्टनर्स ने जिन कंपनियों के शेयर खरीदे हैं उनमें अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अडानी ट्रांसमिशन शामिल हैं।