रोहित शर्मा के 9वें शतक और रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल के अर्धशतकों की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में अपनी स्थिति मजबूत कर ली। नागपुर के वीसीए स्टेडियम में खेले गए दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर 144 रनों की बढ़त बना ली है। जडेजा 66 और अक्षर 52 रन बनाकर नाबाद रहे, और भारत का स्कोर 7 विकेट पर 321 रन रहा। ऑस्ट्रेलिया के ओर रहे पहला टेस्ट मैच खेल रहे टॉड मर्फी ने 5 विकेट लिए और नाथन लियोन को पछाड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए दिन का खेल समाप्त होने पर और निराशा हुई जब स्टीव स्मिथ ने शुक्रवार को आखिरी ओवर में जडेजा को ऑउट करने का एक आसान सा मौका गंवा दिया।
रोहित का रण, जडेजा-अक्षर का दे दनादन
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के हाथों 120 रन पर आउट होने के बाद रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने भारत की बढ़त को 100 के पार पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने भारत की ओर से निचले क्रम की आक्रामक वापसी के आगे घुटने टेक दिए थे। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में नागपुर की पिच पर कंगारू टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी करने की भारत की रणनीति के बारे में काफी चर्चा हो रही थी, लेकिन आखिर में दो बाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के माइंड गेम और प्रॉपगैंडा की हवा निकाल दी।
ऑस्ट्रेलिया के ‘माइंड गेम’ की जडेजा ने निकाली हवा
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने रविंद्र जडेजा से जुड़े नागपुर पिच विवाद (बॉल टेंपरिंग) पर कहा कि, बायें हाथ के स्पिनर जडेजा को उस समय गेंद पर कब्जा नहीं रखना चाहिए था। फॉक्स स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट पर दिए गए एक बयान में, माइकल क्लार्क क्लार्क ने स्थिति पर टिप्पणी की और कहा कि..
''जडेजा को अंपायर को गेंद सौंपनी चाहिए थी और अधिकारी की उपस्थिति में ointment लगाना चाहिए था। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि, हालांकि वो इसे एक मुद्दे के रूप में नहीं देखते हैं, लेकिन वो पसंद करते कि भारतीय स्पिनर के पास उस समय गेंद हाथ में न हो।'' - पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल क्लार्क का बयान
हालांकि, रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के आरोपों के बाद खुद को जांच के दायरे में पाया कि उन्होंने गेंद पर बाहरी पदार्थ का इस्तेमाल किया था। ये मामला मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के पास भेजा गया, जिन्होंने दूसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले भारत और जडेजा दोनों को दोषमुक्त करार दिया। भारतीय टीम में वापसी के बाद जडेजा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 22 ओवर में 47 रन देकर पांच विकेट चटकाए, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम परेशान हो गई और उसकी पारी समय से पहले 177 रन पर समाप्त हो गई।