माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या का राज़ एक लिफाफे में बंद है। हत्या किसने कराई, इसके पीछे की वजहें क्या हैं, किसने दूसरों को धमकाने वाले अतीक को ही मौत की धमकी दी थी, ऐसे तमाम सवालों के जवाब उस लिफाफे में बंद हैं जो सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस (chief Justice), इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस (Chief Justice of Allahabad High Court) और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को भेजा चुका है। अब सिर्फ ये पता लगना बाकी है कि इस चिट्ठी में किन-किन लोगों के नाम हैं। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक अतीक (Atique Ahmed) की चिट्ठी (Letter) से बहुत बड़ा धमाका हो सकता है, क्योंकि इसमें 5 नेताओं और 5 कारोबारियों समेत 14 लोगों के नाम दर्ज होने की खबर है।
मौत से पहले अशरफ अहमद की अर्ज़ी
अतीक के भाई अशरफ की एक अर्ज़ी ने भी इस हत्याकांड की जांच को नई दिशा दे दी है। दरअसल, माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ ने हत्या से पहले CJM के यहां एक अर्ज़ी दाखिल की थी। इस अर्ज़ी के साथ दाखिल हलफनामे में अशरफ ने जेल से लाकर हत्या की आशंका जताई थी। अर्जी में अशरफ ने प्रयागराज पुलिस (prayagraj police) से अपनी जान का खतरा बताया था। अशरफ ने लिखा था कि न्यायालय के आदेश की आड़ में रिमांड पर लेकर उसकी हत्या हो सकती है। अशरफ ने अपील की थी कि उसकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो।
अतीक को 30 सेकेंड पहले मर्डर की साजिश का पता चला ?
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि जब अतीक और उसके भाई को पुलिस की जीप से कॉर्विन अस्पताल लाया गया था, उस वक्त किसी अंजान शख्स ने अतीक को इशारों में बताया था कि उसे मारने की तैयारी है। अतीक ने जीप से उतरते वक्त बाईं तरफ मुड़कर देखा भी था और थोड़ी देर के लिए ठिठक गया था। लेकिन, इसके बाद वो जीप से उतरा और महज़ 30 सेकेंड के अंदर उसका कत्ल हो गया। हालांकि, अतीक को उसकी हत्या की खबर देने वाला वो कथित शख्स कौन था, कहां से आया था इसका पता नहीं चल सका है। और ना ही इस बात की पुष्टि हो सकी है कि उस अंजान शख्स को अतीक के मर्डर की जानकारी थी।