बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले खेला शुरू हो गया है। 12 तारीख को होने वाली अग्निपरीक्षा से पहले विधायकों का जोड़-तोड़ जारी है। इसमें सबसे बड़ा फायदा होता दिख रहा है जीतनराम मांझी का। सियासी गलियारों से खबर है कि, RJD ने जीतनराम मांझी को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, लालू यादव ने CPI(ML) के दो विधायकों को मांझी के पास भेजा। इन विधायकों के जरिए लालू ने मांझी को CM बनने का ऑफर दिया CPI(ML) विधायक महबूब आलम ने मांझी से मिलने के बाद कहा कि, ''मांझी जी का स्वास्थ्य बिलकुल ठीक है, वो तंदरुस्त हैं और अच्छा खेल दिखाएंगे।''

जीतनराम मांझी की पार्टी के पास 4 विधायक हैं। अगर ये चारों RJD के साथ आ जाएं तो गठबंधन का कुनबा 114 से बढ़कर 118 विधायकों का हो जाएगा। हालांकि, इसके बावजूद वो बहुमत से 4 विधायक कम रहेंगे। वहीं अगर HAM पार्टी NDA के हाथ से चली भी गई तो भी उसके पास 123 विधायक रहेंगे जो कि बहुमत से 1 विधायक ज्यादा है। फिलहाल, बिहार कैबिनेट में सिर्फ 1 मंत्रिपद मिलने से मांझी खफा चल रहे हैं। इशारों ही इशारों में उन्होंने अपनी नाराज़गी बयां भी की थी। सूत्रों के मुताबिक, मांझी को मनाने के लिए बीजेपी उन्हें राज्यसभा का ऑफर भी दे सकती है।

एक तरफ लालू यादव NDA के विधायकों को तोड़ने में लगे हैं, तो दूसरी तरफ उनकी ही थाली में छेद होता नज़र आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, RJD के 12 विधायक लालू यादव की पहुंच से बाहर हैं। इनमें से 10 विधायक तो लालू के बुलावे के बाद भी उनसे मिलना नहीं चाहते। सूत्रों के मुताबिक इन दस विधायकों के अलावा 2 विधायकों का लालू परिवार से मोह भंग हो गया है। गौरतलब है कि, फ्लोर टेस्ट से 2 दिन पहले आज (शनिवार) पटना में RJD विधायकों की बैठक हुई, जिसमें उनके सभी विश्वसनीय विधायक शामिल हुए। जबकि, RJD ने अपने विधायकों को तेजस्वी यादव के आवास पर ठहराया है। दूसरी तरफ JDU के विधायक भी आज पटना में हाजिर हुए। बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले हर पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने में लगी है। इन पार्टियों की असली ताकत अब 12 तारीख को ही दिखेगी।
