KARNATAKA:आज (शुक्रवार) बेंगलुरु के कुंडलाहल्ली में धमाका हुआ। ये धमाका वहां के लोकप्रिय रेस्टोरेंट द रामेश्वरम कैफे में बम हुआ। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah)ने बताया कि इस धमाके में 9 लोग घायल हुए हैं। वहीं सीसीटीवी में दिखा की धमाके के बाद इलाके में भगदड़ मच गई। धुएं का गुबार उठा और लोग जान-बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। पुलिस फिलहाल ये पता लगाने की कोशिश कर रही है धमाका कैसे हुआ, किसने किया और क्या ये आतंकी हमला था। आतंकवाद रोधी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), बम दस्ते और फोरेंसिक प्रयोगशाला की एक टीम दे रामेशवरम कैफे पहुंच गई। जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि, कैफे पर हमले में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल किया गया था। सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि, "ऐसी जानकारी है कि दोपहर करीब 12.30 बजे एक विस्फोट हुआ, और वहां एक बैग था। जांच जारी है, मुझे पता चल रहा है कि ये एक आईईडी था।''
कर्नाटक पुलिस ने आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है। भाजपा के बेंगलुरु दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, उन्होंने कैफे मालिक से बात की कि विस्फोट का कारण क्या हो सकता है जिसमें नौ लोग घायल हो गए। उन्होंने लिखा कि, ''रामेश्वरम कैफे के संस्थापक श्री नागराज से उनके रेस्टोरेंट में विस्फोट के बारे में बात की। उन्होंने मुझे बताया कि विस्फोट एक ग्राहक द्वारा छोड़े गए बैग के कारण हुआ, ना कि किसी सिलेंडर विस्फोट के कारण। उनका एक कर्मचारी घायल हो गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि ये मामला बम विस्फोट का है। बेंगलुरु मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से स्पष्ट जवाब की मांग करता है।'' वहीं Indian Viewer को मिली जानकारी के मुताबिक नौ घायल लोगों का इलाज ब्रुकफील्ड अस्पताल में किया जा रहा है। कर्नाटक पुलिस प्रमुख आलोक मोहन ने कहा है कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं।
बैंगलुरु धमाके का राम मंदिर कनेक्शन?
रामेश्वरम कैफे बम धमाके को 22 जनवरी को अयोध्या में हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जोड़कर भी देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें रामेश्वरम कैफे के बाहर 22 जनवरी को भगवा पताके लहराते नज़र आ रहे हैं। कहा जा रहा है रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन इस रेस्टोरेंट ने चारों तरफ भगवा पताके लगाए थे, जिससे कट्टरपंथी नाराज़ हो गए और उन्होंने इस रेस्टोरेंट का टारगेट किया। हालांकि, इस थ्योरी या कहें आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसका पता तो जांच के बाद ही चल पाएगा। लेकिन, इस धमाके के बाद ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस शासन में पुलिस-प्रशासन का खौफ अराजक तत्वों के मन से निकल गया है। तो शायद यही वजह है कि BJP ने कांग्रेस को इस मामले में घेरना शुरु कर दिया और उससे ये सवाल पूछ रही है कि ये धमाका कैसे और क्यों हुआ?