GHAZIPUR, UP: गैंगस्टर एक्ट वाले केस में शनिवार को मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को सज़ा सुनाई गई। गाज़ीपुर की MP-MLA कोर्ट ने 16 साल पुराने मामले में मुख्तार को 10 साल की सज़ा सुनाई। यही नहीं कोर्ट ने मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी पर 5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। ये मामला बीजेपी के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या से जुड़ा हुआ है। इस केस में BSP के मौजूदा सांसद और मुख्तार अंसारी के भाई अफज़ाल पर भी गैंगस्टर एक्ट लगा हुआ है। लिहाज़ा, सांसद अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) को 4 साल की सज़ा और एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। सांसद अफजाल अंसारी को पुलिस कस्टडी में ले लिया गया है।
कहीं का नहीं बचा माफिया मुख्तार और उसका परिवार!
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का राजनीतिक भविष्य लगभग खत्म हो चुका है। मुख्तार को पिछले कुछ दिनों में ही चार मामलों में सज़ा मिल चुकी है। अब मुख्तार के लिए राजनीति में वापसी कर पाना लगभग नामुमकिन है। उसका साम्राज्य स्वाहा हो चुका है। जबकि सांसद भाई अफजाल अंसारी को भी 4 साल की सजा मिली है। मऊ सदर से वर्तमान विधायक और माफिया का बेटा अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) कासगंज जेल में बंद है। बहू निखत अंसारी भी जेल में है। पत्नी आफ्शा अंसारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित हो चुका है। पुलिस के रिकॉर्ड में वो आफ्शा अंसारी फरार चल रही है।
माफिया मुख्तार अंसारी का जेल से बाहर आना नामुमकिन!
22 सितंबर 2022 - इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मुख्तार को 7 साल की सुनाई 23 सितंबर 2022 - जस्टिस दिनेश कुमार सिंह की अदालत ने गैंगस्टर मामले में 5 साल की सजा सुनाई 15 दिसंबर 2022 - अवधेश राय की हत्या से जुड़े एक मामले और एडिशनल एसपी पर हमले समेत कुल पांच मामलों में गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई 29 अप्रैल 2023 - गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में मुख्तार को 10 साल की सजा सुनाई
मुख्तार अंसारी के खिलाफ गाजीपुर (Ghazipur), बनारस (Varanasi), मऊ (Mau) और आजमगढ़ (Azamgarh) के अलग-अलग थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 8 मुकदमे तो ऐसे हैं जो कि जेल में रहने के दौरान दर्ज हुए थे। ज्यादातर मामले हत्या से संबंधित हैं। 60 साल के मुख्तार पर सबसे ज्यादा मुकदमे उसके गृह जिले गाजीपुर में दर्ज हैं।
बीजेपी विधायक की हत्या में बुरा फंसा माफिया मुख्तार
मुख्तार अंसारी के खिलाफ मामला बीजेपी के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय (Krishna Nand Rai) और नंदकिशोर गुप्ता (Nand Kishore Gupta) की हत्या के मामले में दर्ज किया गया था। मुख्तार और अफसाज अंसारी के खिलाफ मामला 2007 में मुहम्मदाबाद थाने में दर्ज किया गया था। केस की सुनावाई के दौरान मुख्तार अंसारी वीडियो कॉफ्रेंसिंग की जरिए बांदा जेल (Banda Prision) से जुड़ा था।
- 2005 में मुहम्मदाबाद स्थित बसनिया चट्टी के पास कृष्णानंद राय की हत्या कर दी गई थी।
- 22 नवंबर 2005 को मुहम्मदाबाद पुलिस ने भांवरकोल में कृष्णानंद राय हत्याकांड और वाराणसी में नंद किशोर रूंगटा के मामले को गैंग चार्ट में शामिल किया गया
- सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी के खिलाफ गिरोह बंद अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, इसके बाद से गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी जमानत पर थे।